चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया
शुक्रवार 14 जुलाई, दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन सेंटर से इसरो ने आज चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया है।चंद्रयान-3 अपनी 3.84 लाख किलोमीटर की लंबी यात्रा पर निकल चुका है। बताया जा रहा है की चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर पहुंचने में करीब 42 दिन का समय लगेगा। LVM-3 रॉकेट ने इसे 189 किलोमीटर की ऊंचाई पर छोड़ दिया है। इस काम में रॉकेट को 16 मिनट का समय लगा। अब आगे की यात्रा चंद्रयान-3 खुद करेगा।
आपको बता दे की इसरो इससे पहले साल 2008 में चंद्रयान-1और 2019 में चंद्रयान-2 लॉन्च कर चुका है हालांकि चंद्रयान-2 में विक्रम लैंडर की क्रैश लैंडिंग हो गई थी। आप सभी को ये भी बता दे की 23-24 अगस्त के बीच किसी भी समय यह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर मैंजिनस-यू (Manzinus-U) क्रेटर के पास उतरेगा।
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग पर बड़ी हस्तियों ने दी अपनी प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अन्तरिक्ष यान ‘चन्द्रयान-3’ के सफल लॉन्चिंग के लिए इसरो तथा देश एवं प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। राज्यपाल ने शुक्रवार को अपने बधाई संदेश में कहा है कि यह महत्वपूर्ण उपलब्धि इसरो के वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम, निष्ठा एवं लगन से काम करने का परिणाम है। यह वास्तव में सभी भारतीयों के लिए गौरव का क्षण है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ”जहां तक भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र का सवाल है, 14 जुलाई 2023 हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा। चंद्रयान-3, हमारा तीसरा चंद्र मिशन, अपनी यात्रा पर निकलेगा। यह उल्लेखनीय मिशन हमारे राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा।
कक्षा उत्थान प्रक्रिया के बाद चंद्रयान-3 को चंद्र स्थानांतरण प्रक्षेप पथ में डाला जाएगा। 300,000 किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए, यह आने वाले हफ्तों में चंद्रमा पर पहुंचेगा। जहाज पर मौजूद वैज्ञानिक उपकरण चंद्रमा की सतह का अध्ययन करेंगे और हमारे ज्ञान को बढ़ाएंगे।”
आगे उन्होंने वैज्ञानिकों को धन्यवाद करते हुए कहा है की ”हमारे वैज्ञानिकों को धन्यवाद, अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत का इतिहास बहुत समृद्ध है। चंद्रयान-1 को वैश्विक चंद्र मिशनों में एक पथप्रदर्शक माना जाता है क्योंकि इसने चंद्रमा पर पानी के अणुओं की मौजूदगी की पुष्टि की है। यह दुनिया भर के 200 से अधिक वैज्ञानिक प्रकाशनों में प्रकाशित हुआ।
चंद्रयान 2 के प्रमुख वैज्ञानिक परिणामों में चंद्र सोडियम के लिए पहला वैश्विक मानचित्र, क्रेटर आकार वितरण पर ज्ञान बढ़ाना, आईआईआरएस उपकरण के साथ चंद्र सतह के पानी की बर्फ का स्पष्ट पता लगाना और बहुत कुछ शामिल है। यह मिशन लगभग 50 प्रकाशनों में प्रकाशित हुआ है।
चंद्रयान-3 मिशन के लिए शुभकामनाएँ! मैं आप सभी से इस मिशन और अंतरिक्ष, विज्ञान और नवाचार में हमने जो प्रगति की है, उसके बारे में और अधिक जानने का आग्रह करता हूं। इससे आप सभी को बहुत गर्व महसूस होगा।”
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने आपने ट्विटर अकाउंट पर चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग वीडियो को अपलोड कर देशवाशियों को बधाई दी।






