सुप्रीम कोर्ट में बादल के शिअद पर पुनर्विचार याचिका

शिरोमणि अकाली दल (बादल) के दोहरे संविधान के विवाद पर होशियारपुर की ट्रायल कोर्ट में स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में चल रही कार्यवाही को रद्द करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की गई है। यह याचिका बलवंत सिंह खैरा ने दाखिल की है।
28 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही को रद्द करने का आदेश दिया था। ट्रायल कोर्ट में चल रही कार्यवाही को बादल परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।
बलवंत सिंह खैरा का आरोप है कि शिरोमणि अकाली दल (बादल) के दो संविधान हैं। एक, उसने गुरुद्वारों के प्रबंधन की पार्टी के रूप में रजिस्ट्रेशन हासिल करने के लिए गुरुद्वारा चुनाव आयोग को सौंपा है। दूसरा उसने एक राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्राप्त करने के निर्वाचन आयोग को दिया है।एक पार्टी के दो संविधान नहीं हो सकते हैं।
