आयुर्वेद अभियान का शुभारंभ, देशभर में एक महीने तक चलेंगी कई गतिविधियां

केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को ‘हर दिन सबके लिए आयुर्वेद’ अभियान का शुभारंभ किया। इस देशव्यापी अभियान का समापन 10 नवंबर को 8वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर होगा। ‘हर दिन सबके लिए आयुर्वेद’ इस बार के 8वें आयुर्वेद दिवस की थीम भी है।
सोनोवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान जनसंदेश, जनभागीदारी और जनांदोलन पर जोर दिया। भारत की जी-20 प्रेसीडेंसी ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की थीम की तरह आयुर्वेद दिवस-2023 का विषय मानव, पशु, पौधे, पर्यावरण इंटरफेस पर केंद्रित कर ‘एक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद’ के रूप में निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की क्षमता, समग्र उपचार और स्वस्थ जीवन के विज्ञान का उपयोग कर एक स्वास्थ्य की चिंताओं को दूर करने के लिए स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक क्रांति लाई जा सकती है। आयुर्वेद के बारे में छात्रों, किसानों और जनता को जागरूक करने के लिए पूरे भारत में एक महीने के कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने बताया कि एनएएम के तहत कुल 12,500 आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 8,095 पहले से ही कार्यरत हैं। महीनेभर चलने वाले आयुर्वेद अभियान में आयुर्वेद संस्थानों की प्रदर्शनी, मिनी-एक्सपो, अनुसंधान अध्ययन के शोध परिणामों का प्रसार, मेडिकल कैंप, स्कूलों एवं कॉलेजों के छात्रों और कर्मचारियों के लिए जन जागरुकता व्याख्यान, किसानों को आम औषधीय पौधों का वितरण, जनता के बीच आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं, आयुर्वेद और द-राइडर्स रैली के लिए दौड़ जैसे अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
