असम के 7 जिले बाढ़ से प्रभावित

एक ओर जहां पूरे देश में भयंकर गर्मी का प्रकोप कायम है, वहीं दूसरी ओर पूर्वोत्तर में लगातार हुई बरसात के चलते कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।
पिछले दिनों चक्रवाती तूफान रेमल की वजह से मिजोरम, मणिपुर और असम में काफी तबाही देखने को मिली। इस बीच असम में अभी भी सात जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य की दो नदियां तीन स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ से अभी भी 7 जिलों के 293 गांव प्रभावित हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार असम की कपिली नदी कामपुर और धरमतुल तथा कुशियारा नदी करीमगंज में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बाढ़ से प्रभावित सात जिलों में मोरीगांव, होजाई, कछार, हैलाकांदी, नगांव, करीमगंज, कार्बी आंगलोंग पश्चिम शामिल हैं।
बाढ़ से कुल 18 राजस्व सर्किल प्रभावित हैं, जिसमें कछार जिले के 4 (उदारबंद, काटिगोरा, सोनाई और सिलचर), हैलाकांदी के 2 (हैलाकांदी और अल्गापुर), होजाई के 3 (डबका, होजाई और लंका), कार्बी आंगलोंग पश्चिम के 1 (डोनकामोकाम), करीमगंज के 3 (पाथारकांदी, नीलामबाजार और करीमगंज), मोरीगांव के 2 (मोरीगांव और मायोंग) और नगांव के 3 (कामपुर, रोहा और नगांव) शामिल हैं।
बाढ़ प्रभावित गांवों की बात करें तो मोरीगांव जिले में 63, होजाई में 9, कछार में 84, हैलाकांदी में 5, नगांव में 107, करीमगंज में 20, कार्बी आंगलोंग पश्चिम जिले में 5 गांव यानी कुल 293 गांव प्रभावित हैं। बाढ़ से कुल 129505 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से 5702.1 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है।
प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावितों के लिए कुल 16947 राहत शिविर बनाए गये हैं, जबकि 15481 राहत वितरण केंद्र खोले गये हैं। वहां पर बाढ़ प्रभावितों के बीच खाने-पीने की सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है।
