4 हिंदुओं की हत्या से J&K में उबाल, LG सिन्हा से मौके पर आने की मांग; विरोध प्रदर्शन जारी
जम्मू-कश्मीर में हिंदू समुदाय के 4 युवकों की हत्या के बाद सुरक्षा का मुद्दा फिर गरमा गया है। सोमवार को राजौरी में मृतकों के परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों समेत कई लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। विरोध जता रहे लोगों ने राजौरी पंद के दौरान प्रशासन पर भी जमकर सवाल उठाए और एसएसपी के तबादले की मांग की। उन्होंने डिप्टी मजिस्ट्रेट विकास कुंडल पर भी निशाना साधा।
सोमवार को प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे सनातन धर्म सभा, विश्व हिंदू परिषद और बजरंद दल जैसे संगठनों ने सुरक्षाबलों घेरा और खुफिया तंत्र के फेल होने के आरोप लगाए। खबर है कि अल्पसंख्यकों ने राजौरी में बढ़ रहे आतंकवाद के ग्राफ पर चिंता जाहिर की है। राजेश कुमार नाम के शख्स ने कहा, ‘जब तक एलजी मनोज सिन्हा व्यक्तिगत रूप से मौके पर नहीं पहुंचेंगे, तब तक हम ना शवों को उठाएंगे और ना ही अंतिम संस्कार करेंगे।’
उन्होंने सिन्हा के मौके पर आने के अलावा मृतकों के रिश्तेदारों को आर्थिक मुआवजा और आजीविका देने की भी मांग की है। रविवार शाम को राजौरी जिले के डांगरी गांव में संदिग्ध आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी। हमले में 4 लोगों को मौत हो गई थी और 6 घायल हो गए थे।
मृतकों की पहचान 23 वर्षीय दीपक कुमार, 45 वर्षीय सतीश कुमार, 56 वर्षीय प्रीतम लाल और 32 वर्षीय शिवपाल के रूप में हुई है। ये सभी डांगरी के ही रहने वाले थे। एडीजी पुलिस मुकेश सिंह ने कहा, ‘अपर डांगरी गांव में गोलीबारी की घटना हुई है। गोलीबारी एक-दूसरे करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित तीन अलग-अलग घरों में हुई है। घायल हुए 4 आम नागरिकों की मौत हो गई और 6 घायल हैं।’
एक चश्मदीद ने बताया कि कुछ बंदूकधारी एक कार में आए और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद उसी कार में मौके से भाग गए। यह घटना डांगरी गांव स्थित राम मंदिर के पास हुई थी।
सिधरा में सुरक्षाबलों ने लिया था एक्शन
28 दिसंबर को ही सुरक्षाबलों ने ट्रक ले जा रहे 4 आतंकवादियों को जम्मू के पास सिधरा में ढेर कर दिया था। उस दौरन 7 एके-47 राइफल्स, एक एम4 राइफल, तीन पिस्तौल समेत हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ था। इससे पहले 16 दिसंबर को राजौरी में ही दो आम नागरिक सुरेंद्र कुार और कमल किशोर संदिग्ध आतंकियों की गोली का निशाना बने थे।