10 तारीखों में जानिये अतीक अहमद का 44 साल में बनाया माफिया साम्राज्य
24 फरवरी को प्रयागराज की सड़कों पर दिनदहाड़े उमेश पाल और उसके दो गनर्स की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल 19 साल पहले हुए राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह थे.
25 फरवरी: उमेश पाल की पत्नी ने अतीक, अशरफ, शाइस्ता समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया. उधर, जब यूपी विधानसभा में विपक्ष ने कानून के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा, तो सीएम योगी ने कहा, ”इस सदन में कह रहा हूं, इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे… जितने माफिया हैं उनको मिट्टी में मिलाने का काम करेंगे.”
26 फरवरी: उमेश पाल हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान हुई. पुलिस ने विजय चौधरी उर्फ उस्मान, अरबाज, अतीक के बेटे असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, साबिर, अरमान की पहचान की.
27 फरवरी: पुलिस ने 27 फरवरी को अतीक अहमद के करीबी अरबाज को ढेर कर दिया. उमेश पाल की हत्या में शूटरों ने जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अरबाज ही चला रहा था. अरबाज, अतीक अहमद की गाड़ी भी चलाता था.
5 मार्च: असद समेत सभी 5 शूटरों पर पुलिस ने ढाई लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए इनाम किया.
6 मार्च: प्रयागराज के लालापुर इलाके का रहने वाला विजय चौधरी बाहुबली डॉन अतीक अहमद का कुख्यात शार्प शूटर था. उसने ही उमेश पर सबसे पहले फायरिंग की थी. विजय चौधरी को यूपी पुलिस ने 6 मार्च को प्रयागराज के कौंधियारा में एनकाउंटर में मार गिराया था.
27 मार्च-28 मार्च: अतीक को साबरमती से प्रयागराज लाया गया. कोर्ट ने अतीक को उमेश पाल अपहरण केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. अतीक को 11 अप्रैल को दोबारा साबरमती से प्रयागराज लाया गया.
12 अप्रैल को जब अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जा रहा था, तब रास्ते में आजतक ने अतीक से सवाल किया, ‘कल तक आप दबंगई कर रहे थे तो डर नहीं लग रहा था, आप पर 100 से ज्यादा मामले दर्ज है. अब क्यों डर रहे हो?’ यह सवाल सुनकर अतीक पहले चुप हो गया और उसने कोई जवाब नहीं दिया. बाद में अतीक ने कहा, ‘हमारे परिवार को मिट्टी में मिला दिया, अब रगड़े ही जा रहा है.’
उसने कहा, ‘हमारा परिवार तो पूरी तरह बर्बाद हो गया, माफियागिरी तो पहले ही खत्म हो गयी थी. उमेश पाल की हत्या हम कैसे कर सकते हैं. हम तो जेल में बंद थे.’
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13 अप्रैल: अतीक के बेटे असद और गुलाम को एसटीएफ ने 13 अप्रैल को झांसी में एनकाउंटर में मार गिराया. दोनों पर उमेश पाल पर फायरिंग का आरोप था. उमेश पाल की हत्या का जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, उसमें भी दोनों फायरिंग करते नजर आए थे. बेटे असद के एनकाउंटर के बाद अतीक टूट सा गया था.
14 अप्रैल: प्रयागराज में अतीक से 23 घंटे तक पूछताछ की गई.
15 अप्रैल: अतीक के बेटे असद को 15 अप्रैल की सुबह प्रयागराज में सुपुर्द ए खाक किया गया. देर रात प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल के बाहर अतीक और उसके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई. तीन लोगों ने अतीक और उसके भाई पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. दोनों का वहीं अंत हो गया.