• November 22, 2024

विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन घुसपैठ के मुद्दे पर सदन के बाहर विपक्ष का धरना

 विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन घुसपैठ के मुद्दे पर सदन के बाहर विपक्ष का धरना

रांची, 29 जुलाई । झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन साेमवार काे विपक्ष के सदस्य विधानसभा सदन के बाहर धरने पर बैठ गए। वोट बैंक की राजनीति के लिए मुस्लिम आबादी बढ़ाना बंद करो, आदिवासी बहन बेटियों के साथ खिलवाड़ करना बंद करो, बांग्लादेशी घुसपैठ को संरक्षण देने वाली हेमंत सरकार शर्म करो लिखी तख्तियों के साथ उन्होंने धरना दिया और नारेबाजी की।

विधानसभा सत्र शुरू होने के पूर्व सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी प्रदर्शन किया। भाजपा सांसद निशिकांत दूबे के बयान के विरोध में नारे लगाये। सत्ता पक्ष के प्रदर्शन समाप्त होने के बाद भाजपा विधायकों ने सरकार विरोधी नारे लगाये। पाकुड़ में छात्रावास में हमले का भी विरोध किया। उन्होंने पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की।

इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हम हिंदू मुसलमान नहीं कर रहे हैं, जो बांग्लादेशी घुसपैठियों घुस आये हैं, रोहिंग्या घुस आये हैं, उसको निकालने की बात कर रहे हैं। हेमंत सरकार उसे पाल पोस रही है।

कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने किया वेल में हंगामा

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकर के कहने पर भी जब नहीं माने तो उन्होंने हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही 12.30 बजे तक स्थगित कर दी। इससे पहले विधानसभा में मंत्री हफिजुल हसन ने बाबूलाल मरांडी के बयान पर कहा कि राज्य में घुसपैठ का कोई मामला नहीं है। यह भाजपा का सिर्फ चुनावी स्टंट है। हमें एक भी आदमी घुसपैठियों दिखा दें। उन्होंने कहा कि संथाल में भाजपा के जनधार चूक गया है। इसलिए बौखला कर भाजपा इस तरह का काम कर रही है। मंत्री दीपिका पांडेय ने कहा कि राज्य में कहां घुसपैठिए हैं। केंद्र सरकार की कोई एजेंसी इसकी जांच कर रिपोर्ट दे।

अमित शाह से करिए सवाल, आखिर कैसे हो रहा घुसपैठ : राजेश कच्छप

कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि भाजपा शुरू से ही डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी पर विश्वास करती है। झारखंड में भी वह डिवाइड रूल की पॉलिसी को लाना चाहती है। राजेश कच्छप ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की मानसिकता ही है, 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भी उनके पूर्वजों ने भी अंग्रेजों का साथ दिया था और गुलामी किया था। उस समय के भी स्वतंत्रता सेनानी को भी डिवाइड एंड रूल से बांटने की कोशिश की थी। यही पॉलिसी भाजपा देश और झारखंड में करना चाहती है।

विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि घुसपैठ वाला मुद्दा भाजपा का इस बार प्रमुख मुद्दा है। उन्हाेंने कहा कि हमारा बस यही कहना है कि बीजेपी वाले अमित शाह को क्यों गाली दे रहे हैं। अमित शाह पर झारखंड के विधायक और सांसद को विश्वास नहीं है क्या। जब अमित शाह के जिम्मे बॉर्डर की सुरक्षा है, अमित शाह का पूरा फोर्स वहां लगा हुआ है, जिसके नाम पर वो राजनीत करते हैं, बांग्लादेश का नाम सामने आ रहा है और यदि आप बांग्लादेश घुसपैठियों की बात कर रहे हैं तो आप अमित शाह पर सवाल उठा रहे हैं। आखिर विदेशी बिना परमिशन कैसे आ रहे हैं। आप अमित शाह से सवाल कीजिए। आप झारखंड में हल्ला क्यों कर रहे हैं।

Digiqole Ad

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *