ममदानी का ट्रंप से मिलने का ऑफर: ‘कम्युनिस्ट’ दुश्मन से सहयोग, न्यूयॉर्क की महंगाई पर बातचीत का वादा
18 नवंबर 2025, न्यूयॉर्क: अमेरिकी राजनीति में एक अप्रत्याशित मोड़ आ गया है—न्यूयॉर्क के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी, जिन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘कम्युनिस्ट’ और ‘लुनाटिक’ कहा था, अब उनसे मिलने को तैयार हैं। 34 वर्षीय डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ममदानी ने सोमवार को ब्रॉन्क्स के फूड पैंट्री दौरे पर कहा कि अगर इससे शहर की महंगाई और जीवन-यापन लागत कम हो, तो राजनीतिक दुश्मनी भूल जाएंगे। ट्रंप ने रविवार को फ्लोरिडा से लौटते हुए कहा, ‘हम कुछ न कुछ जरूर कर लेंगे।’ ममदानी की टीम ने व्हाइट हाउस से संपर्क किया है। क्या यह मुलाकात न्यूयॉर्क को ‘ट्रंप-प्रूफ’ बनाने का पहला कदम बनेगी? या सिर्फ चुनावी ड्रामा? इस लेख में हम जानेंगे ममदानी के उद्देश्य, दोनों की दुश्मनी की कहानी और संभावित परिणाम।
ट्रंप का ‘कम्युनिस्ट’ तंज और ममदानी की ऐतिहासिक जीत
जोहरान ममदानी का जन्म 1991 में युगांडा के कंपाला में हुआ, जहां उनके पिता महमूद ममदानी कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और मां मीरा नायर प्रसिद्ध फिल्ममेकर हैं। 7 साल की उम्र में न्यूयॉर्क आकर उन्होंने ब्रॉन्क्स हाई स्कूल ऑफ साइंस से पढ़ाई की, फिर बोव्डॉइन कॉलेज से अफ्रीकाना स्टडीज में डिग्री ली। 2018 में अमेरिकी नागरिक बने ममदानी ने हाउसिंग काउंसलर के रूप में गरीबों की मदद की, फिर 2020 में न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली पहुंचे। 2025 मेयर चुनाव में जून प्राइमरी में एंड्र्यू क्यूमो को हराया, फिर जनवरी में क्यूमो और रिपब्लिकन कर्टिस स्लिवा को 9 पॉइंट से मात दी। ट्रंप ने चुनाव के दौरान उन्हें ‘100% कम्युनिस्ट लुनाटिक’ कहा, फंडिंग रोकने और डिपोर्टेशन की धमकी दी। ममदानी ने ट्रंप को ‘टायरनी’ बताया, लेकिन जीत के बाद कहा, ‘न्यूयॉर्क दिखाएगा ट्रंप को कैसे हराते हैं।’ 4 नवंबर को 50.3% वोटों से जीतकर वह न्यूयॉर्क के सबसे युवा (111वें) और पहले मुस्लिम मेयर बने।
महंगाई पर केंद्रित: ट्रंप के वादों से ममदानी की उम्मीदें
ममदानी ने ब्रॉन्क्स फूड पैंट्री पर कहा, ‘मैं किसी से भी मिलूंगा अगर न्यूयॉर्कर्स का भला हो। ट्रंप ने अभियान में किराने सस्ता करने का वादा किया, लेकिन शटडाउन में SNPA फंडिंग कटने से शहर प्रभावित।’ SNPA—सप्लीमेंटल न्यूट्रिशन असिस्टेंस प्रोग्राम—न्यूयॉर्क के लाखों गरीबों के लिए जीवनरेखा है। ममदानी ने ट्रंप प्रशासन की आलोचना की, कहा कि यह ‘भूखा रखने’ की साजिश है। उनका अभियान महंगाई, किराया फ्रीज, फ्री चाइल्डकेयर और बस यात्रा पर केंद्रित था, जो युवा और प्रोग्रेसिव वोटर्स को लामबंद किया। ट्रंप ने रविवार फ्लोरिडा से लौटते कहा, ‘ममदानी मिलना चाहते हैं, हम वर्क आउट करेंगे।’ ममदानी की टीम ने व्हाइट हाउस से संपर्क किया, ताकि फेडरल फंडिंग और पॉलिसी पर बात हो। विशेषज्ञ कहते हैं, यह ममदानी की ‘ट्रंप-प्रूफ’ रणनीति का हिस्सा है—विपक्षी प्रशासन से शहर बचाना।
भविष्य की संभावनाएं: न्यूयॉर्क को ‘ट्रंप-प्रूफ’ बनाने का सपना
ममदानी जनवरी 2026 में पद संभालेंगे, न्यूयॉर्क के सबसे युवा और पहले मुस्लिम मेयर बनेंगे। उनका विजन डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट है—टैक्स हाई अर्नर्स पर बढ़ाना, सोशल प्रोग्राम विस्तार। ट्रंप के साथ मुलाकात शहर को फेडरल सहायता दिला सकती, लेकिन तनाव बरकरार। ट्रंप ने ममदानी को ‘रैडिकल’ कहा, जबकि ममदानी ने ट्रंप को ‘डेमोक्रेसी पर हमला’ बताया। फिर भी, दोनों ने सकारात्मक संकेत दिए—ट्रंप ने कहा, ‘न्यूयॉर्क सफल हो।’ विश्लेषक मानते हैं, यह ममदानी की परिपक्वता दिखाता, जो प्रोग्रेसिव एजेंडे को मेनस्ट्रीम बनाएगा। लेकिन चुनौतियां हैं—फंडिंग कट, इमिग्रेशन पॉलिसी। अगर मुलाकात हुई, तो यह अमेरिकी राजनीति का नया अध्याय लिखेगी, जहां दुश्मनी से सहयोग उभरे। न्यूयॉर्क की सफलता पूरे देश के लिए मिसाल बनेगी।