• May 9, 2025

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई

नई दिल्ली, 7 मई 2025: भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 7 मई 2025 को तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। इस ऑपरेशन को भारत की आतंकवाद के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाइयों में से एक माना जा रहा है। यह भारत की दृढ़ता और सामरिक शक्ति का प्रतीक है।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य और नामकरण
ऑपरेशन सिंदूर का नाम हिंदू परंपरा में सुहागिन महिलाओं द्वारा मांगे में लगाए जाने वाले लाल सिंदूर से प्रेरित है। यह नाम पहलगाम हमले में मारे गए लोगों, खासकर उन महिलाओं के सम्मान में चुना गया, जिनके जीवनसाथी इस हमले में शहीद हुए। भारतीय सेना ने अपने बयान में कहा, “न्याय हुआ। जय हिंद!” इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद की रीढ़ तोड़ना, सीमा पार से होने वाले हमलों को रोकना और आतंकी संगठनों को कड़ा संदेश देना था। यह कार्रवाई भारत की शून्य सहिष्णुता नीति को दर्शाती है।
ऑपरेशन का विवरण
भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जो 1971 के युद्ध के बाद तीनों सेनाओं की पहली संयुक्त कार्रवाई थी। सुबह 1:44 बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन में नौ आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइल हमले किए गए, जिनमें चार पाकिस्तान और पांच PoK में थे। इन ठिकानों में जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के मुख्यालय शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में 70 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर की बहन और उनके परिवार के 14 सदस्य भी शामिल थे।
भारत की रणनीति और सावधानी
भारत ने इस ऑपरेशन को “सटीक, मापा हुआ और गैर-उत्तेजक” बताया। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कोई भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा निशाना नहीं बनाई गई। भारतीय वायुसेना ने बियॉन्ड-विजुअल-रेंज और स्टैंडऑफ हथियारों का उपयोग किया, जिससे भारतीय लड़ाकू विमान सुरक्षित रहे। सैटेलाइट निगरानी, मानव खुफिया जानकारी और इंटरसेप्टेड संचार के आधार पर ठिकानों को चुना गया, ताकि नागरिकों को नुकसान न हो। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “पाकिस्तान ने बार-बार दुनिया को गुमराह किया। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी।”
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत के हमलों में पंजाब और PoK के शहरों में आठ नागरिक मारे गए और 35 घायल हुए। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने भारत के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के दावे को झूठा बताया। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने दावा किया कि उन्होंने दो भारतीय विमान और एक ड्रोन मार गिराया। भारत ने इन दावों को खारिज कर दिया। पाकिस्तान ने इस मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में उठाया और भारत के हमलों की जानकारी दी।
भारत में सुरक्षा उपाय
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। दिल्ली में अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए। उत्तर भारत के कई हवाई अड्डे, जैसे धर्मशाला, लेह, जम्मू, श्रीनगर और अमृतसर, 72 घंटों के लिए बंद कर दिए गए। पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में स्कूल बंद किए गए। उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया गया। भारतीय वायुसेना ने हवाई क्षेत्र पर कड़ी निगरानी शुरू की, ताकि किसी भी जवाबी कार्रवाई को रोका जा सके।
राजनेताओं और जनता की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन का नाम चुना और कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक की अध्यक्षता की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने X पर लिखा, “भारत माता की जय।” कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्रवाई की सराहना की। पहलगाम हमले में मारे गए कौस्तुभ गनबोटे की पत्नी संगीता गनबोटे ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर का नामकरण महिलाओं का सम्मान करता है।” मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने इसे ऐतिहासिक कदम बताया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने कहा, “पहलगाम हमले के बाद भारत को आत्मरक्षा का अधिकार है।” अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस को इस ऑपरेशन की जानकारी दी गई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, “विश्व को आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता दिखानी चाहिए।” कई देशों ने भारत के इस कदम को आतंकवाद के खिलाफ जरूरी कार्रवाई माना, हालांकि कुछ ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की।
क्रिकेटरों का समर्थन
पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और सुरेश रैना ने इस कार्रवाई की सराहना की। सहवाग ने X पर लिखा, “धर्मो रक्षति रक्षितः।” गंभीर ने कहा, “यह भारतीय सेना की ताकत और देश के सम्मान का प्रतीक है।” रैना ने इसे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया। इन क्रिकेटरों के बयानों ने जनता में देशभक्ति की भावना को और मजबूत किया।ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति का प्रतीक माना जा रहा है। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, और भारतीय हवाई क्षेत्र पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल सैन्य जवाब थी, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता का संदेश भी थी। भारत ने स्पष्ट किया कि वह युद्ध नहीं चाहता, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख जारी रखेगा।
निष्कर्ष: ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ नीति का एक मजबूत उदाहरण है। यह कार्रवाई न केवल पहलगाम हमले का जवाब थी, बल्कि भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने का एक संदेश भी थी। भारतीय सेना की इस कार्रवाई ने न केवल देशवासियों का गर्व बढ़ाया, बल्कि वैश्विक मंच पर भी भारत के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित किया।
Digiqole Ad

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *