सरकार ने 2.70 लाख टीबी मरीजों को लिया गोद
उत्तर प्रदेश में तपेदिक रोग पर प्रभावी नियंत्रण का दावा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में दो लाख 70 हजार टीबी मरीजों को सरकारी स्तर पर गोद लेने का काम हुआ है, जिसमें से 70 प्रतिशत मरीज आज रोगमुक्त होकर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में योगी ने यहां रूद्राक्ष कंवेशन सेंटर में वर्ल्ड टीबी समिट को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि टीबी रोगियों को पोषण सहायता के लिए प्रदेश सरकार की ओर से डीबीटी के माध्यम से अबतक 422 करोड़ का भुगतान किया गया है। हम यूपी की 25 करोड़ की आबादी को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले छह साल में पीएम मोदी के मार्गदर्शन में सभी योजनाओं को प्राथमिकता के साथ उत्तर प्रदेश में लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश 2025 तक प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। भारत की आबादी के सबसे बड़े राज्य यूपी में कभी देश के 21 फीसदी टीबी रोगी पाए जाते थे। विगत पांच वर्ष में यूपी में 16 लाख 90 हजार टीबी रोगियों को पोषण सहायता के माध्यम से 422 करोड़ का भुगतान डीबीटी के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है। अब तक दो लाख 25 हजार से अधिक टीबी रोगियों को गोद लिया गया है, जिन्हें पोषण सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इसका परिणाम रहा कि हमने इनमें से 70 फीसदी टीबी रोगियों को रोगमुक्त करने में कामयाबी हासिल की है। पीएम आयुष्मान वेलनेस सेंटर में टीबी जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आज पूरे प्रदेश में अलग अलग जिलों में 80 हजार से अधिक किट युद्धस्तर पर वितरित करने की कार्रवाई चल रही है।
उन्होंने कहा कि खासतौर पर संचारी रोग, जापानी और एक्यूट इन्सेफलाइटिस सड्रिंोम को यूपी में 96 प्रतिशत तक समाप्त करने में सफलता हासिल की गई है। उत्तर प्रदेश में कोविड की 40 करोड़ डोज मुफ्त वैक्सीन के जरिए दी गई। यूपी में जहां पहले मातृ मृत्युदर 285 प्रति लाख थी उसे आज कम करते हुए 167 प्रति लाख तक लाया गया है। इसके अलावा शिशु मृत्युदर पहले 57 प्रति हजार थी, जिसे 38 प्रति हजार के स्तर पर लाने में हमें सफलता मिली है। टीबी के खिलाफ यूपी पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है और मुझे वश्विास है कि टीबी हारेगा और भारत जीतेगा।