दिल्ली ब्लास्ट: अपमानजनक पोस्ट पर असम पुलिस की सख्ती, 15 गिरफ्तार!
गुवाहाटी, 15 जुलाई 2024: दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हुई और घायल हुए। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर हिंसा का समर्थन करने वाली पोस्ट्स ने विवाद खड़ा कर दिया। असम पुलिस ने इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए 15 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो अपमानजनक पोस्ट करने के आरोप में पकड़े गए। मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा ने कहा कि हिंसा का महिमामंडन करने वालों पर कोई समझौता नहीं होगा। खुफिया एजेंसियों ने बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया है, जिसमें कई जगहों पर धमाके की प्लानिंग थी। यह मामला असम के हालात को खराब करने की कोशिश को दर्शाता है। पुलिस की यह कार्रवाई आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कदम है। आइए जानते हैं इस घटना की पूरी कहानी, जिसमें गिरफ्तारियों और साजिश के रहस्य हैं जो आपको चौंका देंगे।
दिल्ली ब्लास्ट की भयानक घटना और असम पुलिस की शुरुआती कार्रवाई
दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा घायल हुए, जो एक भयानक आतंकी हमला था। इस घटना ने देश भर में दहशत फैलाई, और सोशल मीडिया पर हिंसा का समर्थन करने वाली पोस्ट्स ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी दी कि असम पुलिस हिंसा का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त है। उन्होंने कहा कि प्रशासन आतंकवाद का समर्थन करने वालों को पकड़ेगा और उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा। बुधवार को शर्मा के बयान के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की, और अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट करने के आरोप में पकड़े गए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ये लोग असम के हालात को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। यह घटना असम में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता को उजागर करती है। पुलिस की यह कार्रवाई लोगों को आतंकवाद से दूर रखने का संदेश देती है। (180 शब्द)
गिरफ्तारियों की लिस्ट और मुख्यमंत्री का सख्त बयान
असम पुलिस ने दिल्ली ब्लास्ट के बाद सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट करने के मामले में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। कल गिरफ्तार किए गए 6 लोगों के अलावा, रात भर में और गिरफ्तारियां हुईं। इनमें रफीजुल अली (बोंगाईगांव), फरीद उद्दीन लस्कर (हैलाकांडी), इनामुल इस्लाम (लखीमपुर), फिरुज अहमद उर्फ पपोन (लखीमपुर), शाहिल शोमान सिकदर उर्फ शाहिदुल इस्लाम (बारपेटा), रकीबुल सुल्तान (बारपेटा), नसीम अकरम (होजाई), तस्लीम अहमद (कामरूप), और अब्दुर रोहिम मोल्लाह उर्फ बप्पी हुसैन (साउथ सलमारा) शामिल हैं। मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा ने X पर पोस्ट करते हुए कहा कि असम पुलिस हिंसा का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त है और कोई समझौता नहीं करेगी। उन्होंने जोर दिया कि ये लोग आतंकवादियों का समर्थन कर रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। यह गिरफ्तारियां असम में कानून व्यवस्था को बनाए रखने का प्रयास है। मुख्यमंत्री का बयान लोगों को चेतावनी देता है कि सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट्स से बचना चाहिए। यह मामला सोशल मीडिया की जिम्मेदारी को भी उजागर करता है।
बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा और भविष्य की कार्रवाई
खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट से जुड़ी एक बड़ी आतंकी साजिश का पता लगाया है। सूत्रों के मुताबिक, संदिग्धों ने कई जगहों पर एक साथ हमले करने की योजना बनाई थी, और वे दो पुरानी गाड़ियों को विस्फोटकों से लैस करने की तैयारी कर रहे थे। यह साजिश असम के हालात को खराब करने की कोशिश थी, और पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की। मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा ने कहा कि प्रशासन आतंकवाद का समर्थन करने वालों को पकड़ेगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। अब तक की गिरफ्तारियां इस दिशा में पहला कदम हैं, और आगे और जांच जारी है। यह मामला देश की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाता है, और पुलिस की सतर्कता की सराहना की जाती है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून को और मजबूत किया जाएगा। यह साजिश आतंकवादियों की नापाक नीयत को दर्शाती है, और असम पुलिस का रोल महत्वपूर्ण है।