जोहरान ममदानी से मिलने के लिए तैयार हुए डोनाल्ड ट्रंप, सामने आई तारीख
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि न्यूयॉर्क शहर के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी शुक्रवार को उनके साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे। बता दें कि ट्रंप ने ममदानी की नीतियों की पहले कड़ी आलोचना की थी। 4 नवंबर को हुए चुनाव से एक दिन पहले ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अगर ममदानी जीत गए तो न्यूयॉर्क शहर के लिए यह ‘आर्थिक और सामाजिक आपदा’ साबित होगी। बुधवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने लिखा, ‘न्यूयॉर्क शहर के कम्युनिस्ट मेयर जोहरान ‘क्वामे’ ममदानी ने मीटिंग के लिए अनुरोध किया है।
ममदानी की जीत और ट्रंप पर जोरदार निशाना
4 नवंबर 2025 को न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुनाव में जोहरान ममदानी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की, एंड्र्यू क्यूमो और कर्टिस स्लिवा को हराकर। 34 वर्षीय डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ममदानी न्यूयॉर्क के पहले दक्षिण एशियाई, पहले मुस्लिम और एक सदी से अधिक समय बाद सबसे युवा मेयर बन गए। अपनी जीत के बाद ब्रुकलिन में दिए जोशीले भाषण में उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीधी चुनौती दी। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई के बीच ममदानी ने कहा, “न्यूयॉर्क प्रवासियों का शहर रहेगा, जो इसे बनाया है, चलाता है और अब एक प्रवासी के नेतृत्व में चलेगा।” उन्होंने ट्रंप को संबोधित करते हुए कहा, “अगर कोई ट्रंप द्वारा धोखा दिए गए देश को उन्हें हराने का तरीका दिखा सकता है, तो वह न्यूयॉर्क ही है जिसने उन्हें शिखर पर पहुंचाया। तानाशाह को डराने का तरीका उन परिस्थितियों को खत्म करना है जिन्होंने उन्हें सत्ता दी। यही ट्रंप और अगले ट्रंप को रोकने का रास्ता है।” अंत में, “डोनाल्ड ट्रंप, मैं जानता हूं आप देख रहे हैं। मैं चार शब्द कहूंगा: आवाज और तेज करो!” यह भाषण ट्रंप की धमकियों का जवाब था, जिनमें फेडरल फंडिंग काटने की चेतावनी शामिल थी। ममदानी ने युवा वोटरों को एकजुट कर रिकॉर्ड टर्नआउट हासिल किया, जहां 2 मिलियन से अधिक वोट पड़े। उनकी जीत प्रोग्रेसिव एजेंडे – किराया फ्रीज, फ्री चाइल्डकेयर और अमीरों पर टैक्स – का प्रतीक बनी।
ट्रंप की प्तिक्रिया और न्यूयॉर्क के प्रति प्यार का दावा
ममदानी के भाषण पर ट्रंप ने तीखी प्रतिक्रिया दी, इसे “बहुत गुस्से वाला” बताते हुए कहा कि ममदानी वॉशिंगटन के प्रति सम्मान न दिखाएंगे तो सफल नहीं हो पाएंगे। फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, “मैं दुविधा में हूं क्योंकि न्यूयॉर्क मेरा पहला घर है और मुझे वहां से बहुत प्यार है। मैं चाहता हूं कि नया मेयर अच्छा करे। लेकिन अगर वे हमसे संपर्क नहीं करेंगे, तो देखते हैं क्या होता है। उन्हें ही आगे आना चाहिए।” ट्रंप ने ममदानी को “कम्युनिस्ट” करार दिया, जो उनकी पुरानी रणनीति का हिस्सा था। उन्होंने कहा, “कम्युनिज्म हजारों साल से कभी कामयाब नहीं हुआ। मुझे शक है कि इस बार भी होगा।” चुनाव से पहले ट्रंप ने क्यूमो का समर्थन किया था और ममदानी की जीत पर फेडरल फंडिंग कम करने की धमकी दी थी, कहते हुए, “कम्युनिस्ट को पैसे देकर बर्बादी ही होगी।” हालांकि, बाद में उन्होंने कहा, “हम थोड़ी मदद करेंगे, शायद।” ट्रंप ने इसे डेमोक्रेटिक पार्टी के रेडिकल टर्न का प्रमाण बताया। ममदानी ने जवाब में कहा कि ट्रंप की धमकियां अपरिहार्य हैं, लेकिन शहर एकजुट रहेगा। यह टकराव न्यूयॉर्क की स्वतंत्रता और फेडरल दबाव के बीच संघर्ष को उजागर करता है। ट्रंप की प्रतिक्रिया ममदानी को “ट्रंप का सबसे बुरा सपना” साबित करती है।
ममदानी का इतिहास रचने वाला सफर और पारिवारिक पृष्ठभूमि
जोहरान ममदानी का जन्म युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ था। वे प्रसिद्ध फिल्मकार मीरा नायर के बेटे और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर महमूद ममदानी के पुत्र हैं। सात साल की उम्र में परिवार के साथ न्यूयॉर्क आ गए, जहां उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और 2018 में अमेरिकी नागरिक बने। न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली मेंबर रह चुके ममदानी ने 2025 चुनाव में प्रोग्रेसिव मुद्दों – जैसे किराया नियंत्रण, सार्वजनिक परिवहन को फ्री बनाना और अमीरों पर टैक्स बढ़ाना – पर फोकस किया। उनकी जीत ने दक्षिण एशियाई और मुस्लिम समुदायों में उत्साह भर दिया, जो ट्रंप की एंटी-इमिग्रेंट पॉलिसी से प्रभावित थे। ममदानी ने कहा, “यह कामकाजी लोगों की जीत है। हम डर को जवाब देंगे, उम्मीद की आवाज से।” उनकी मां मीरा नायर ने ट्विटर पर बधाई दी, जबकि पिता ने शहर की विविधता को मजबूत करने की बात कही। यह जीत न केवल जनरेशनल चेंज का प्रतीक है, बल्कि डेमोक्रेटिक पार्टी में प्रोग्रेसिव धड़े की ताकत दिखाती है। ममदानी का नेतृत्व ट्रंप के खिलाफ राष्ट्रीय प्रतिरोध का केंद्र बनेगा, जहां शहर “राजनीतिक अंधेरे में रोशनी” बनेगा। उनकी कहानी इमिग्रेंट्स की सफलता की मिसाल है।