केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, भारतीय सेना से खत्म होंगे अंग्रेजों के जमाने के रिवाज, जारी किये गए ये निर्देश
नेशनल डेस्क : केंद्र सरकार हिन्दुस्तान को हिन्दुस्तान बनाने के लिए देश में कई तरह के बदलाव करने का प्रयास कर रही है। इसके भव्य मंदिर निर्माण, मुगल नामों में बदलाव करने का कार्य कर रही है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार भारतीय सेना से अंग्रेजों के जमाने के रिवाजों को खत्म करने जा रही है। इसके चलते भारतीय सेना में शामिल कार्यक्रमों में घोड़े से चलने वाली बग्घियों का इस्तेमाल करना, सेवानिवृत्ति पर पुलिंग आउट सेरेमनी और डिनर के दौरान पाइपर्स का उपयोग खत्म किये जाने के निर्देश जारी किये गए है। इस संबंध में भारतीय सेना ने अपनी यूनिट्स को आदेश जारी कर दिया है।
केंद्र सरकार की तरफ से जारी किये गए आदेश में कहा गया है कि, ”औपचारिक कार्यों के लिए यूनिट्स या संरचनाओं में बग्घियों का उपयोग बंद कर दिया जाएगा और इन कार्यों के लिए जिन घोड़ों का इस्तेमाल होता है, उन्हें अब ट्रेनिंग के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। पुलिंग आउट समारोह में कमांडिंग ऑफिसर या एक वरिष्ठ अधिकारी के वाहन को यूनिट में अफसर और सैनिक उनकी पोस्टिंग या सेवानिवृत्ति पर खींचते है। सेना के अधिकारी ने कहा कि यह प्रथा बहुत व्यापक रूप से नहीं देखी गई क्योंकि जब अधिकारी सेवानिवृत्त होते हैं या दिल्ली से बाहर तैनात होते हैं, तो उनके वाहनों को नहीं खींचा जाता है।”
भारतीय सेना कर रही पांच प्रतिज्ञाओं की समीक्षा
अधिकारियों ने कहा कि, ”पाइप बैंड भी केवल कुछ पैदल सेना इकाइयों में शामिल हैं और डिनर के दौरान उनका उपयोग बहुत सीमित है क्योंकि बहुत ज्यादा यूनिट्स के पास पाइप बैंड नहीं हैं। भारतीय सेना उन पांच प्रतिज्ञाओं के अनुरूप इन विरासत प्रथाओं की समीक्षा कर रही है जिन्हें प्रधानमंत्री ने लोगों से पालन करने के लिए कहा है।”