• December 25, 2025

कहीं आपका पार्टनर नार्सिसिस्ट तो नहीं? इन 5 लाल झंडों से तुरंत पहचानें, रिश्ता बच सकता है!

नई दिल्ली, 4 नवंबर 2025: रिश्तों में खुशी के नाम पर कई बार जहरीला व्यवहार छिप जाता है। क्या आपका पार्टनर हर बात खुद को सही ठहराता है, आपकी भावनाओं को अनदेखा करता है? नार्सिसिस्ट लोग अपनी दुनिया में जीते हैं, जहां सिर्फ उनकी खुशी मायने रखती है। लेकिन इन्हें कैसे पकड़ें? ये 5 संकेत आपको झटके में सच्चाई दिखा देंगे।

हमेशा खुद को सही ठहराना: गलती मानना नामुमकिन

नार्सिसिस्ट कभी अपनी गलती नहीं स्वीकारते; चाहे सबूत उनके खिलाफ हों, वे बहाने गढ़ते हैं और जिम्मेदारी से भागते हैं। अगर आप कहें कि उनकी वजह से आपको दुख हुआ, तो जवाब मिलेगा – “तुम्हें प्रॉब्लम है!” सॉरी बोलना उनके डिक्शनरी में नहीं होता। वे हर बहस को अपनी जीत बनाने के लिए तर्क घुमाते हैं, सामने वाले को दोषी ठहराते हैं। रिश्ते में यह असंतुलन पैदा करता है, जहां आप हमेशा गलत साबित होते हैं। अगर पार्टनर समझौता करने की बजाय आपको बदलने पर जोर दे, तो यह बड़ा रेड फ्लैग है – वे खुद को भगवान मानते हैं, बाकी सब गलत।

भावनाओं की अनदेखी: आपका दर्द उनके लिए ड्रामा

नार्सिसिस्ट दूसरों की भावनाओं को महत्व नहीं देते; अगर आप रो रहे हैं, तो कहेंगे “इतना ओवररिएक्ट क्यों?” वे एम्पैथी की कमी से ग्रस्त होते हैं, कभी खुद को आपकी जगह नहीं रखते। आपकी सफलता पर जलन, दुख पर उपहास – सब सामान्य है। रिश्ते में यह एकतरफा हो जाता है, जहां आपकी जरूरतें दबी रहती हैं। वे सिर्फ अपनी बात सुनाते हैं, आपकी सुनना भूल जाते हैं। अगर पार्टनर आपकी परेशानी को “छोटी बात” कहकर टाल दे और अपनी सुख-सुविधा पर फोकस रखे, तो सावधान – यह नार्सिसिज्म का क्लासिक संकेत है, जो लंबे समय में मानसिक थकान देता है।

ध्यान का भूखा: हर जगह खुद को सेंटर में रखना

नार्सिसिस्ट को हर बातचीत का हीरो बनना पसंद है; अगर फोकस किसी और पर शिफ्ट हुआ, तो चिढ़ जाते हैं। पार्टी में, घर में या सोशल मीडिया पर – सब उनकी तारीफ करें, यही अपेक्षा। वे अपनी कहानियां बार-बार दोहराते हैं, दूसरों की सुनने में रुचि शून्य। अगर आप अपनी उपलब्धि शेयर करें, तो टॉपिक चेंज कर अपनी बढ़ाई शुरू कर देंगे। रिश्ते में यह असुरक्षा पैदा करता है, जहां आपकी आवाज दब जाती है। यह संकेत बताता है कि पार्टनर आपको पार्टनर नहीं, बल्कि अपनी इमेज चमकाने का टूल मानता है – सच्चा प्यार यहां गायब होता है।

कंट्रोल फ्रीक: रिश्ते को अपनी मुट्ठी में रखना

नार्सिसिस्ट धीरे-धीरे रिश्ते पर कब्जा जमाते हैं; आप क्या पहनें, किससे मिलें, क्या सोचें – सब उनकी मर्जी। विरोध करने पर गिल्ट ट्रिप, इमोशनल ब्लैकमेल या साइलेंट ट्रीटमेंट। वे आपको अलग-थलग कर अपनी दुनिया में कैद करना चाहते हैं। अगर प्लान बदलें तो गुस्सा, आपकी दोस्ती पर सवाल – यह कंट्रोल की भूख है। स्वस्थ रिश्ते में जगह होती है, यहां सिर्फ उनकी नियम। यह संकेत चेतावनी है कि पार्टनर आपको व्यक्ति नहीं, कठपुतली मान रहा है – लंबे समय में यह मानसिक गुलामी बन जाता है। (

तारीफ की लत: परफेक्ट इमेज का जुनून

नार्सिसिस्ट को लगातार प्रशंसा चाहिए; बिना तारीफ के बेचैन हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर परफेक्ट लाइफ दिखाना, खुद की बढ़ाई करना – सब उनकी आदत। अगर आप तारीफ न करें, तो नाराजगी या सजा। वे अपनी इमेज को लेकर ऑब्सेस्ड होते हैं, छोटी आलोचना भी बर्दाश्त नहीं। रिश्ते में यह बोझ बनता है, जहां आपकी भूमिका सिर्फ चीयरलीडर की रह जाती है। सच्चा पार्टनर कमियां स्वीकारता है, नार्सिसिस्ट उन्हें छिपाता है। अगर हर बात उनकी महानता पर खत्म हो, तो समझें – यह स्वार्थी प्यार नहीं, इगो की भूख है। 
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