वेस्ट बैंक में सेटलर हिंसा: अल-जबा गांव में आगजनी, नेतन्याहू की निंदा, लेकिन बढ़ते हमलों पर सवाल
18 नवंबर 2025, बैतूल मुकद्दस: वेस्ट बैंक का फिलिस्तीनी गांव अल-जबा आग और तोड़फोड़ की चपेट में है, जहां इजरायली सेटलर्स ने घरों और गाड़ियों को निशाना बनाया। बैतलहम के दक्षिण-पश्चिम में बसे इस गांव पर सोमवार रात को दर्जनों सेटलर्स ने हमला बोला, जो अवैध चौकी तोड़ने के बाद का बदला लगता है। इजरायली सेना ने 6 सेटलर्स को गिरफ्तार किया, लेकिन कोई मौत नहीं हुई। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे ‘उग्रवादियों का कानून तोड़ना’ बताया और जांच का वादा किया। लेकिन UN के आंकड़ों में 2025 में 2,660+ सेटलर हमले दर्ज, जो गाजा सीजफायर को खतरे में डाल रहे। क्या नेतन्याहू का वादा काफी? या यह हिंसा वेस्ट बैंक को और अस्थिर करेगी? इस लेख में हम जानेंगे हमले की पूरी कहानी, सेटलर हिंसा की जड़ें और वैश्विक दबाव।
अल-जबा पर हमला: सेटलर्स की आगजनी और झड़पों का तांडव
17 नवंबर की रात अल-जबा गांव में दर्जनों इजरायली सेटलर्स ने तहलका मचा दिया—तीन घरों, एक झोपड़ी और तीन गाड़ियों में आग लगाई, साथ ही तोड़फोड़ की। गांव काउंसिल हेड धियाब मशअला ने वाफा न्यूज को बताया कि हमलावरों ने रेसिस्ट स्लोगन भी लिखे, लेकिन स्थानीयों ने आग बुझा ली। यह हमला उसी पहाड़ी के पास हुआ, जहां कुछ घंटे पहले इजरायली सेना ने अवैध सेटलर चौकी तोड़ी थी। तोड़फोड़ के दौरान सेटलर्स ने पत्थर, लोहे की रॉड फेंकीं और टायर जलाए, जिससे सुरक्षाबलों से झड़प हुई। IDF ने कहा, “हिंसा को गंभीरता से लेते हैं, 6 संदिग्ध गिरफ्तार।” CNN की जियो-लोकेटेड वीडियोज में जलती गाड़ियां और इमारतें दिखीं। यह हमला बैतलहम-हेब्रॉन इलाके में बढ़ती हिंसा का हिस्सा है, जहां सेटलर्स फिलिस्तीनियों पर हमले कर रहे। पिछले हफ्ते सैर शहर में भी दो गाड़ियां जलीं, जहां IDF ने फायर इंजन रोका। गांववासी डरे हुए, जैतून की फसल के मौसम में 87 गांवों पर 167 हमले हुए।
नेतन्याहू की निंदा: ‘उग्रवादी कानून तोड़ रहे’, लेकिन जांच पर सवाल
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले की कड़ी निंदा की, कहा, “ये कुछ उग्रवादी कानून को अपने हाथ में ले रहे। मैं खुद मंत्रियों की बैठक बुलाकर हल निकालूंगा।” IDF चीफ ने भी कहा, “हिंसा सुरक्षा को नुकसान पहुंचाती।” लेकिन आलोचक इसे खोखला बताते—2025 में सेटलर हिंसा 2,350+ हमलों तक पहुंची, UN के मुताबिक। सेटलर लीडर इजरायल गैंज ने भी निंदा की, लेकिन IDF के पास सेटलर्स को डिटेन करने की पावर जनवरी में कट गई। विपक्षी नेता यैर लापिद ने कहा, “सरकार हिंसा को बढ़ावा दे रही।” नेतन्याहू की यह प्रतिक्रिया गाजा सीजफायर (एक महीना पुराना) के बीच आई, जहां अमेरिका ने चेताया कि वेस्ट बैंक हिंसा शांति को खतरे में डालेगी। इसी हफ्ते नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर 2023 हमास हमले की जांच कमेटी मंजूर की, लेकिन विपक्ष ने इसे ‘लीपा-पोती’ कहा क्योंकि PM खुद सदस्य चुनेंगे। ‘मूवमेंट फॉर क्वालिटी गवर्नमेंट’ ने इसे अपमान बताया। X पर #WestBankViolence ट्रेंडिंग, जहां फिलिस्तीनी यूजर्स न्याय की मांग कर रहे।
बढ़ती हिंसा का असर: 14 फिलिस्तीनी-6 इजरायली मौतें, वैश्विक दबाव
इस साल वेस्ट बैंक में हिंसा दोनों तरफ से बढ़ी—14 फिलिस्तीनी और 6 इजरायली मारे गए। UN ने सितंबर तक 2,660 सेटलर हमले दर्ज किए, जो जैतून फसल के मौसम में चरम पर। अमेरिका ने कहा, “यह गाजा शांति को खतरा।” सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की वॉशिंगटन यात्रा पर ट्रंप इजरायल नॉर्मलाइजेशन दबाव डालेंगे, लेकिन MBS ने फिलिस्तीन आजादी की शर्त रखी। गाजा में सीजफायर के बावजूद मुसीबतें—रविवार की बारिश से मवासी कैंप में 13,000 परिवार प्रभावित, सैकड़ों ठंड से जूझ रहे। ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा, “सेटलर हिंसा को रोकने में IDF की नाकामी।” विशेषज्ञों का मानना है, यह हिंसा वेस्ट बैंक को अस्थिर रखेगी, जहां 3 लाख सेटलर्स फिलिस्तीनियों पर दबाव बनाते। नेतन्याहू का वादा अमल में आया तो शायद राहत, वरना तनाव और बढ़ेगा। X पोस्ट्स में सेटलर्स ने हमले को ‘बदला’ बताया, लेकिन फिलिस्तीनी इसे ‘आतंक’ कह रहे।