बिहार चुनाव में वायरल वीडियो: यूपी विधायक पूजा पाल पर आचार संहिता उल्लंघन के आरोप, RJD ने घेरा, पुलिस ने किया खंडन
पटना, 11 नवंबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने राजनीतिक हंगामा मचा दिया है। उत्तर प्रदेश की चायल विधायक पूजा पाल को बिहार के कैमूर जिले के रामगढ़ क्षेत्र में घूमते दिखाया गया है, जहां ग्रामीण सवालों के घेरे में फंसती नजर आ रही हैं। प्रचार थम चुका है, फिर भी उनकी मौजूदगी ने आचार संहिता उल्लंघन का सवाल खड़ा कर दिया। क्या यह BJP के लिए गुप्त प्रचार था या निजी दौरा? RJD ने इसे ‘चुनाव आयोग की मौत’ बताते हुए हमला बोला, जबकि पुलिस ने कोई गड़बड़ी न होने का दावा किया। वीडियो वायरल होते ही बहस छिड़ गई।
वायरल वीडियो का खुलासा: रामगढ़ के अकोड़ी गांव में ग्रामीणों ने घेरा, पूजा पाल का सफर
कैमूर जिले के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अकोड़ी गांव में शूट हुए इस वीडियो में पूजा पाल एक गाड़ी से उतरकर गांव में घूमती दिख रही हैं, जबकि उनके साथ यूपी पुलिस के गार्ड हैं। एक ग्रामीण वीडियो बनाते हुए पूछता है, “आप यहां क्यों आई हैं? प्रचार तो खत्म हो चुका है!” पूजा पाल इधर-उधर होती नजर आती हैं, जबकि गार्ड उन्हें घेर लेते हैं। वीडियो में ग्रामीण आरोप लगाते हैं कि वह पैसे बांट रही थीं और मोबाइल छीनने की कोशिश की गई। सोशल मीडिया पर यह 10 नवंबर से वायरल हो रहा, जहां #PoojaPalBihar और #ElectionCodeViolation ट्रेंड कर रहे। RJD कार्यकर्ताओं का दावा है कि पूजा पाल BJP प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार कर रही थीं, जबकि वह सपा से निष्कासित हैं। इससे पहले, वह राजनाथ सिंह की सभा में बिहार पहुंची थीं। वीडियो की लंबाई 1 मिनट से ज्यादा है, जिसमें गार्डों की धमकी की बात भी सुनाई देती है। यह घटना वोटिंग से ठीक 48 घंटे पहले हुई, जब आचार संहिता सख्ती से लागू है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर प्रचार साबित हुआ, तो यह बड़ा उल्लंघन होगा।
राजनीतिक घमासान: RJD का हमला, पूजा पाल का BJP कनेक्शन और ग्रामीणों के आरोप
RJD ने वीडियो शेयर कर लिखा, “चुनाव आयोग मर गया है, यूपी की BJP चुनाव आयोग को बिहार की मिट्टी में दफन कर रही है।” हालांकि, पूजा पाल सपा से हैं, लेकिन हालिया वीडियो और फूलपुर उपचुनाव में BJP समर्थन के कारण उन्हें ‘BJP समर्थक’ कहा जा रहा। RJD सांसद सुधाकर सिंह ने कहा, “गोली मारने की धमकी दी गई, EC कहां है?” ग्रामीणों का आरोप है कि प्रचार खत्म होने के बाद भी वह पैसे बांट रही थीं। पूजा पाल का बिहार दौरा BJP की रणनीति का हिस्सा लगता है, क्योंकि वह पाल समाज से हैं और रामगढ़ में प्रभाव रखती हैं। विपक्ष ने EC पर निष्क्रियता का आरोप लगाया, जबकि BJP ने इसे ‘निजी दौरा’ बताया। X पर 20 से ज्यादा पोस्ट्स में यूजर्स पूजा पाल को ‘बाहुबली विधायक’ कहकर ट्रोल कर रहे, जहां एक पोस्ट में लिखा, “प्रचार खत्म, फिर भी घूम रही!” यह घटना बिहार चुनाव की साफ-सुथरी छवि पर सवाल खड़े कर रही, खासकर जब पहले चरण में ही 35 उल्लंघन दर्ज हो चुके।
पुलिस-पुलिसिया कार्रवाई: तलाशी में कुछ नहीं मिला, लेकिन जांच जारी
रामगढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत पर पूजा पाल की गाड़ी बंदीपुर के पास रोकी गई और तलाशी ली गई, लेकिन कोई आपत्तिजनक सामग्री या नकदी नहीं मिली। पूजा पाल ने पूछताछ में कहा, “मैं सड़क से गुजर रही थी, पाल समाज के निजी कार्यक्रम में जा रही थी।” पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन का कोई केस दर्ज नहीं किया, लेकिन जांच जारी है। EC को सूचित कर दिया गया है। अगर वीडियो साबित हुआ, तो कार्रवाई संभव। फिलहाल, पूजा पाल बिहार लौट चुकी हैं। यह मामला बिहार चुनाव की निगरानी पर सवाल उठा रहा, जहां पहले चरण में रिकॉर्ड उल्लंघन हुए। क्या EC सख्ती दिखाएगा या राजनीतिक दबाव में चुप्पी साधेगा? वोटिंग के बीच यह वीडियो विपक्ष को हथियार दे गया।