सवालों के घेरे में यमुनोत्री हाइवे पर एनएच की सुरक्षा दीवारें

धरासू- सिलक्यारा यमुनोत्री हाइवे पर आलवेदर सड़क चौड़ीकरण में सड़क किनारे लगाई जा रही साइड सुरक्षा दीवारों पर कार्यदायी कंपनी खराब सीमेंट और डस्ट लगा रही है, जिससे हाइवे पर बनाये गये रास्ते और दीवारें भरभराकर चिनाई करने के तुंरत बाद ही गिरने लगी है।
धरासू से सिलक्यारा तक एनएच हाइवे पर आलवेदर सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है और कार्यदायी संस्था की घोर लापरवाही से अट्ठारह किलोमीटर का यह राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर भूस्खलन डेंजर बन गया है। इस राजमार्ग की दीवारें कई जगहों पर निम्न गुणवत्ता वाली सामग्री लगाने से गिर रही है जो सम्पर्क मार्ग कार्यदायी संस्था ने बनायी थी, उनमें से अधिकतर ज़मींदोज़ हो चुके हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता करण सिंह और महावीर सिंह रावत का कहना है कि निम्न गुणवत्ता की सामग्री लगाने के साथ दीवारों की भरान मिट्टी से की जा रही है, जिससे साइड दीवारें गिर रही है। गेंवला, स्यालना, तलोगे, सिलक्यारा, महरगांव, पनोथ कल्याणी आदि गांवों के संपर्क मार्ग और कास्त की खेती के रास्ते पिछले कई सालों से बंद हो रखे हैं और जो बनाये भी गये वे टूट रही हैं।
कार्यदायी संस्था के कार्यों से स्थानीय जनता में भारी आक्रोश है, जिसकी शिकायतें बार-बार शासन प्रशासन से की जाती रही है, लेकिन कंपनी के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई तक नहीं हुई है।
