राष्ट्रीय एकता दिवस के हिस्से के रूप में जम्मू संभाग में कई एकता दौड़ और अखंडता प्रतिज्ञाएँ की गई आयोजित

देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस के हिस्से के रूप में जम्मू संभाग में कई एकता दौड़ और अखंडता प्रतिज्ञाएँ आयोजित की गईं।
सरदार पटेल की जयंती 2014 से राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाती है और इस दिन को चिह्नित करने के लिए मंगलवार को भी जम्मू में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया।
जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019, जिसने पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया और 31 अक्टूबर, 2019 से लागू हुआ। इस दिन को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में केंद्र शासित प्रदेश दिवस के रूप में मनाया जाता है।
जम्मू में जिला प्रशासन द्वारा एक बड़ी एकता दौड़ का आयोजन किया गया, जिसका नेतृत्व जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने गुलशन ग्राउंड से किया यह हरि सिंह पार्क में संपन्न हुआ। एकता दौड़ में स्कूली छात्रों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, पुलिस कर्मियों और नागरिकों सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। उन्होंने भारत माता की जय के नारे लगाए।
रमेश कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की 148वीं जयंती पर एकता मैराथन का आयोजन किया गया है। कुमार ने कहा कि उन्होंने भारत के एकीकरण में प्रमुख भूमिका निभाई थी। अधिकारी ने कहा कि इस दिन को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए एकता दौड़ का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने हिस्सा लिया।
लोगों की अखंडता शपथ की अध्यक्षता करते हुए कुमार ने कहा कि लोगों को सरदार पटेल द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलना चाहिए, राष्ट्र को अपनी पहली प्राथमिकता मानकर एकता और अखंडता के लिए काम करना चाहिए।
विभिन्न जिलों, जिला प्रशासन की रिपोर्टों के अनुसार, एकता और एकीकरण प्रतिज्ञाओं के लिए ऐसी दौड़ें उनके संबंधित जिलों में भी आयोजित की गईं।
पुलिस स्मृति सप्ताह और राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने के कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में राजौरी में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जिसे एसएसपी अमृतपाल सिंह ने जिला पुलिस लाइन, राजौरी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
किश्तवाड़ में एसएसपी किश्तवाड़ खलील पोसवाल ने एकता के सर्वाेपरि महत्व पर जोर दिया और इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे सरदार पटेल के प्रयासों से रियासतों का एकजुट भारत में एकीकरण हुआ। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को एकता और विविधता के मूल मूल्यों को बनाए रखने के लिए उत्साहपूर्वक प्रोत्साहित किया।
