• December 26, 2025

म्यांमार के सागाईंग में एनएससीएन (के) के दो गुटों के बीच संघर्ष में दो कैडर मारे गए

 म्यांमार के सागाईंग में एनएससीएन (के) के दो गुटों के बीच संघर्ष में दो कैडर मारे गए

नेतृत्व संघर्ष को लेकर दो धड़ों में बंट चुके म्यांमार स्थित नगालैंड के नगा विद्रोही संगठन एनएससीएन (खापलांग) समूह के बीच भीषण गोलीबारी की दो घटनाओं में एनएससीएन (के) यून आंग गुट के दो सदस्य मारे गए हैं। म्यांमार के सागाइंग प्रांत के नगा बहुल इलाकों में झड़पों से क्षेत्र में और अशांति फैल सकती है।

जानकारी के अनुसार नेतृत्व के लिए शुरू हुआ संघर्ष बढ़ गया। स्वयंभू नगा सेना, अधिकांश इकाइयों और स्वयंभू जनरलों ने एक आपातकालीन बैठक की और वर्तमान एनएससीएन (के) नेता यून आंग के नेतृत्व पर अविश्वास व्यक्त करते हुए जनरल कोम चोक को नया नेता चुना। कुओन क्याक ने इस नए नेता को स्वीकार नहीं किया और वर्तमान नेता यून आंग के साथ विलय कर लिया। इसके बाद दोनों गुटों के बीच खुला टकराव हुआ और यून आंग ने नेताओं को संगठन से निष्कासित कर दिया।

संगठन से निष्कासित किए जाने के बाद, वाइस जनरल लान अंगाई और जनरल डॉ लैंगनेई ने अपना एक नया गुट बनाया। इसके बाद इन गुटों के बीच तीव्र झड़पें और गोलीबारी हुईं। क्योंकि, जनरल डॉ योन आंग लैंगनेई ने अपने गुट को लड़ने का आदेश दिया। इन समूहों के बीच बढ़ते तनाव के कारण दो बार हमला करने के लिए सैनिकों को भेजा। खबरों के मुताबिक, पहली गोलीबारी में यून आंग समूह के दो सदस्य मारे गए। लेकिन, दूसरी गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

उल्लेखनीय है कि 1979 में एनएससीएन खापलांग समूह के अध्यक्ष एसएस खापलांग नगा नेशनल काउंसिल (एनएनसी) में शामिल हुए थे और नगालैंड की संघीय सरकार के अध्यक्ष बने थे। लेकिन, 1980 में एनएनसी के महासचिव थुइंगलेंग मुइवा की मदद से उन्होंने एनएससीएन का गठन किया।

एनएससीएन के गठन के आठ साल बाद 1988 में मुइवा के साथ असहमति के कारण ये अलग हो गये और फिर से दो गुट एनएससीएन-आईएम और एनएससीएन-के बन गए। मुइवा भारत सरकार के प्रस्ताव के साथ खड़े थे और भारत का विशेष राज्य बनकर रहना चाहते थे। खापलांग ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। नतीजतन, खापलांग और इसाक-मुइवा गुटों में विभाजित हो गए।

उल्लेखनीय है कि कुछ साल पहले यून आंग समूह से अलग होकर निक्की सुमी और आंग माई-लांग नेई गुट का गठन किया गया। अध्यक्ष एसएस खांगपलांग की मृत्यु के बाद उनकी विरासत विद्रोही संगठन के नेता के रूप में यून आंग नेता बन गए। लेकिन, अब यह समूह फिर से विभाजित हो गया है। स्थानीय ग्रामीण म्यांमार के सागाइंग खामती क्षेत्र स्थित टागा मुख्यालय के पास के गांवों में हो रहे झड़पों को लेकर चिंतित हैं।

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