• December 25, 2025

बाड़मेर कलेक्ट्रेट को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी: सुरक्षा एजेंसियों में मचा हड़कंप, अभिनेता रजनीकांत का घर भी था निशाने पर

बाड़मेर: राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर से एक बेहद चौंकाने वाली और सनसनीखेज खबर सामने आई है। सोमवार देर रात बाड़मेर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय को आरडीएक्स (RDX) बम से उड़ाने की धमकी भरा एक ईमेल प्राप्त हुआ, जिसके बाद पूरे प्रशासनिक अमले और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। इस धमकी भरे मेल में न केवल बाड़मेर कलेक्ट्रेट बल्कि दक्षिण भारतीय फिल्मों के महानायक रजनीकांत के चेन्नई स्थित आवास को भी निशाना बनाने की बात कही गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे परिसर को खाली कराया और घंटों तक सघन तलाशी अभियान चलाया।

आधी रात को आए धमकी भरे ईमेल ने उड़ाई नींद

घटनाक्रम की शुरुआत सोमवार रात करीब 10:45 बजे हुई, जब जिला कलेक्टर कार्यालय के आधिकारिक ईमेल पते पर एक संदेश प्राप्त हुआ। इस मेल की भाषा बेहद डरावनी और सीधी चेतावनी वाली थी। ईमेल भेजने वाले ने दावा किया कि उसने कलेक्ट्रेट परिसर के भीतर तीन शक्तिशाली आरडीएक्स बम लगाए हैं। मेल में यह भी लिखा था कि धमाके होने से पहले परिसर को खाली करा लिया जाए वरना भारी जान-माल का नुकसान हो सकता है। रात के समय कार्यालय बंद होने के कारण यह ईमेल शुरुआती घंटों में किसी की नजर में नहीं आया, लेकिन जैसे ही सुबह कार्यालय खुला, प्रशासन के होश उड़ गए।

बाड़मेर से चेन्नई तक दहशत का जाल

इस धमकी भरे संदेश की गंभीरता इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि इसमें बाड़मेर के साथ-साथ तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई का भी जिक्र था। ईमेल में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि मंगलवार के दिन बाड़मेर कलेक्ट्रेट के साथ-साथ अभिनेता रजनीकांत के घर को भी बम से उड़ा दिया जाएगा। एक ही मेल में राजस्थान के एक महत्वपूर्ण सीमावर्ती जिले के प्रशासनिक मुख्यालय और देश के सबसे बड़े फिल्म सितारों में से एक के घर को निशाना बनाने की बात ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए। बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि जैसे ही जिला कलेक्टर के निजी सहायक (PA) ने उन्हें इस पत्र के बारे में सूचित किया, पुलिस ने बिना समय गंवाए आपातकालीन प्रोटोकॉल लागू कर दिया।

कलेक्ट्रेट परिसर खाली कराकर शुरू हुआ सर्च ऑपरेशन

मंगलवार सुबह जैसे ही धमकी की खबर फैली, कलेक्ट्रेट परिसर में काम कर रहे कर्मचारी और अपनी समस्याओं को लेकर आए आम नागरिकों के बीच अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। पुलिस बल ने तुरंत मोर्चा संभाला और पूरे परिसर की घेराबंदी कर उसे खाली कराना शुरू किया। देखते ही देखते कलेक्ट्रेट को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। बाड़मेर पुलिस के साथ-साथ बम निरोधक दस्ता (BDDS) और डॉग स्क्वाड की टीमों को मौके पर बुलाया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने कलेक्ट्रेट के एक-एक कमरे, बगीचे, पार्किंग स्थल और संवेदनशील कोनों की बारीकी से जांच शुरू की।

घंटों चली जांच और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता

सीमावर्ती जिला होने के कारण बाड़मेर में इस तरह की धमकी को बेहद गंभीरता से लिया गया। खुफिया एजेंसियां भी इस मामले में सक्रिय हो गईं और ईमेल के आईपी एड्रेस (IP Address) को ट्रैक करने की कोशिशें शुरू कर दी गईं। डॉग स्क्वाड ने फाइलों के ढेर से लेकर कलेक्ट्रेट की छतों तक सघन तलाशी ली। लगभग 3 से 4 घंटों तक चले इस गहन सर्च ऑपरेशन के दौरान कलेक्ट्रेट के भीतर और बाहर भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। कलेक्ट्रेट की ओर आने वाले सभी रास्तों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया था ताकि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में भीड़ को नियंत्रित रखा जा सके।

राहत की सांस: सर्च ऑपरेशन में नहीं मिली कोई संदिग्ध वस्तु

करीब आधे दिन की कड़ी मशक्कत और चप्पे-चप्पे की तलाशी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने राहत की सांस ली। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने पुष्टि की कि पूरे कलेक्ट्रेट परिसर के सर्च ऑपरेशन में कोई भी संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक बरामद नहीं हुआ है। इसके बाद प्रशासन ने इस धमकी को ‘हॉक्स कॉल’ या शरारतपूर्ण कृत्य माना, लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोई ढिलाई नहीं बरती गई। दोपहर बाद जब पूरी तरह से स्पष्ट हो गया कि परिसर सुरक्षित है, तब जाकर कलेक्ट्रेट में लोगों की आवाजाही को पुनः बहाल किया गया और प्रशासनिक कामकाज दोबारा शुरू हो सका।

साइबर सेल की जांच और भविष्य की चुनौतियां

भले ही कलेक्ट्रेट में कोई बम नहीं मिला, लेकिन पुलिस इस मामले को हल्के में नहीं ले रही है। बाड़मेर पुलिस की साइबर सेल अब उस ईमेल के स्रोत का पता लगाने में जुटी है। यह जांच की जा रही है कि ईमेल किस सर्वर से भेजा गया और इसके पीछे किसी व्यक्ति की निजी शरारत है या किसी बड़े नेटवर्क का हाथ। अभिनेता रजनीकांत के नाम का उल्लेख होने के कारण चेन्नई पुलिस को भी इस संबंध में सूचित कर दिया गया है। पुलिस का मानना है कि इस तरह की धमकियां सरकारी तंत्र को परेशान करने और दहशत फैलाने के उद्देश्य से दी जाती हैं, लेकिन सीमावर्ती जिला होने के नाते बाड़मेर में सुरक्षा व्यवस्था को अब और अधिक चाक-चौबंद किया जाएगा।

सीमावर्ती जिले में सुरक्षा पर उठते सवाल

बाड़मेर जिला अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित है, ऐसे में कलेक्ट्रेट जैसे महत्वपूर्ण कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी मिलना सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी ने यह साबित किया कि वे किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर काफी चर्चा है और लोग दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

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