जमीन दस्तावेजों में सत्यापन के बाद अब मिलेगा हजारों किसानों को लाभ
राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ पाने जिले के हजारों किसान लंबे समय से शासकीय दफ्तरों का चक्कर काट रहे थे, क्योंकि उनके दस्तावेजों में कई खामियां थी। जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया और अब उनके आवेदनों का कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने सत्यापन कर दिया है। इन किसानों को अब राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत हर साल शासन से निर्धारित राशि मिलेगा, इसमें कई किसान अपने खेतों में धान के बदले पौधरोपण करने वाले किसान है, जिन्हें तीन साल तक लगातार 10-10 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगा।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना से जिले के करीब एक लाख 17 हजार से अधिक किसान पहले से लाभान्वित है, जो समर्थन मूल्य पर खरीदी केन्द्रों में धान बेचते हैं। इसके अलावा अपने खेतों में धान के बदले पौधरोपण, सब्जी की खेती, सुगंधित धान, मक्का, कोदो-कुटकी, गन्ना, पपीता समेत अन्य फसल लेने वाले किसानों ने भी शासन के पास राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत आवेदन किए है, लेकिन कई कारणों के चलते लंबे समय से वंचित थे। इन किसानों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था, ऐसे किसान लंबे समय से शासकीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन लाभ नहीं मिल पा रहा है।
प्रभावित किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने गंभीरता से लिया। राजस्व व कृषि विस्तार अधिकारियों को इस कार्य में लगाया। तीन से चार दिनों के भीतर तेजी के साथ इस पर कार्य किया गया और जिलेभर के कुल 3576 किसानों के आवेदनों का उन्होंने सत्यापन किया। इन किसानों को अब शासन के इस योजनाओं का लाभ मिलेगा, इससे पीड़ित किसानों ने राहत की सांस ली है। इसमें नगरी ब्लाक के 2626 किसान शामिल है। धमतरी के 360, मगरलोड के 359 किसान, कुरूद के 166 और भखारा के 65 किसान शामिल है।हजारों की संख्या में किसानों के आवेदनों का सत्यापन होने के बाद अभी भी जिले में 351 किसानों के आवेदन पेडिंग है, जिसका जल्द ही सत्यापन कर लिया जाएगा। कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी से मिली जानकारी के अनुसार इस योजना का लाभ मंदिर व किसी भी ट्रस्ट को नहीं मिलेगा। वहीं 10 एकड़ से अधिक जमीन वाले इसका लाभ नहीं ले सकते। इससे कम जमीन वाले को ही लाभ मिलेगा। कई डायवर्टेड जमीन वालों ने भी आवेदन किया है, जो पात्र नहीं है। कई किसानों के बैंक अकांउट में गड़बड़ी थी, जिसे सुधार कर सत्यापन किया गया है। पात्र किसानों के पेडिंग आवेदनों को सत्यापन कर दिया गया है। जल्द ही शेष पात्र किसानों के आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा।
