‘महामिलन’ का रहस्य: ट्रंप-शी की 100 मिनट की बैठक, टैरिफ कटौती से ट्रेड डील पर सहमति, लेकिन ताइवान पर चुप्पी
बुसान, 31 अक्टूबर 2025: दुनिया की दो आर्थिक महाशक्तियों—अमेरिका और चीन—के बीच छह साल बाद ‘महामिलन’ हुआ। डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग की बुसान एयरपोर्ट पर 100 मिनट की बैठक ने ट्रेड वॉर को राहत दी। ट्रंप ने इसे “शून्य से 10 पर 12 अंक” का सफल बताया, लेकिन शी ने ट्रंप के थाईलैंड-कंबोडिया ‘शांति डील’ दावे को खारिज किया। टैरिफ कटौती, दुर्लभ मृदा, फेंटेनाइल और सोयाबीन पर डील हुई। लेकिन ताइवान और टिकटॉक पर चर्चा नहीं। आइए, तीन हिस्सों में इस ‘महामिलन’ को समझते हैं।
100 मिनट की बैठक और ट्रंप का ‘अमेजिंग’ दावा
30 अक्टूबर को APEC शिखर सम्मेलन के साइडलाइन पर बुसान के गिमहे एयरपोर्ट पर ट्रंप और शी मिले। ट्रंप ने बैठक को “अमेजिंग” कहा, रेटिंग दी “12/10″। उन्होंने कहा, “हमने कई निर्णय लिए, विवाद सुलझ गया।” शी ने ट्रंप के गाजा युद्धविराम योगदान की सराहना की, लेकिन थाईलैंड-कंबोडिया विवाद में चीन की भूमिका पर जोर दिया। चीनी विदेश मंत्री वांग यी की मध्यस्थता का जिक्र किया। बैठक व्यापार, फेंटेनाइल, दुर्लभ मृदा और सोयाबीन पर केंद्रित रही। ट्रंप ने कहा, “शी सख्त वार्ताकार हैं, लेकिन हम एक-दूसरे को जानते हैं।” अप्रैल 2026 में ट्रंप का चीन दौरा तय।
टैरिफ कटौती और फेंटेनाइल डील
ट्रंप ने घोषणा की कि चीन से आयात पर औसत टैरिफ 57% से घटाकर 47% किया गया। फेंटेनाइल से जुड़े 20% टैरिफ को 10% पर लाया। ट्रंप ने कहा, “फेंटेनाइल मौतों को रोकने के लिए शी कड़ी मेहनत करेंगे।” बदले में चीन ने अमेरिकी सोयाबीन खरीद बढ़ाने पर सहमति जताई। दुर्लभ मृदा पर 1 वर्षीय डील: चीन निर्यात जारी रखेगा, लेकिन एक्सटेंडेबल। ट्रंप ने कहा, “सभी दुर्लभ मृदा सुलझ गए, पूरी दुनिया के लिए।” एक्सटेंशन हर साल होगा। सेमीकंडक्टर पर चर्चा हुई, NVIDIA के साथ बातचीत संभव। टिकटॉक डील पर कोई जिक्र नहीं। यह डील ट्रेड वॉर को अस्थायी राहत देगी।
थाईलैंड-कंबोडिया विवाद और अमेरिका को झटका
ट्रंप ने मलेशिया में थाईलैंड-कंबोडिया ‘शांति डील’ का श्रेय लिया, लेकिन शी ने खारिज किया। शी ने कहा, “चीन ने दोनों को ‘अपने तरीके से’ मदद की।” वांग यी की बंद कमरे की बातचीत का हवाला दिया। विवाद प्रीह विहार मंदिर (1962 ICJ फैसला कंबोडिया के पक्ष में) पर है, 2025 में गोलीबारी से दर्जनों मारे गए। थाई विदेश मंत्री ने इसे “शांति का रास्ता” कहा। कंबोडिया ने ट्रंप को नोबेल के लिए नामित किया। यह झटका US-चीन प्रतिस्पर्धा दिखाता है। ट्रंप ने कहा, “ताइवान पर चर्चा नहीं हुई।” बैठक ने तनाव कम किया, लेकिन लंबे समाधान की जरूरत।