बुर्का पहनकर लड़की को छत से फेंकने वाला तौफीक गिरफ्तार: दिल्ली पुलिस ने रामपुर से पकड़ा
दिल्ली के ज्योति नगर इलाके में 19 वर्षीय नेहा की हत्या के सनसनीखेज मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया। आरोपी तौफीक, जिसने कथित तौर पर बुर्का पहनकर नेहा को पांचवीं मंजिल से धक्का देकर मार डाला, को दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के टांड़ा से गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 23 जून 2025 को हुई, जब नेहा को गंभीर हालत में जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। तौफीक की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर की गई। इस मामले ने दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा और सामुदायिक तनाव को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। इस लेख में इस घटना को पांच हिस्सों में विस्तार से समझा जाएगा।,
घटना का विवरण और प्रारंभिक जांच
23 जून 2025 की सुबह करीब 8:30 बजे, दिल्ली के ज्योति नगर में नेहा को छत से गिरने की सूचना पुलिस को मिली। शुरुआत में इसे हादसा माना गया, लेकिन नेहा के पिता के बयान ने मामले को हत्या की ओर मोड़ दिया। उन्होंने बताया कि तौफीक, जो बुर्का पहनकर बिल्डिंग में घुसा था, ने नेहा का गला दबाया और उसे पांचवीं मंजिल से धक्का दे दिया। नेहा को जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्ड के आधार पर तौफीक की पहचान की। घटना के बाद फरार हुआ तौफीक रामपुर के टांड़ा में छिपा था, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि यह हत्या पूर्वनियोजित थी या गुस्से में उठाया गया कदम।,
तौफीक और नेहा के बीच संबंध
पुलिस और परिवार के बयानों के अनुसार, तौफीक और नेहा एक-दूसरे को तीन साल से जानते थे। नेहा उसे राखी बांधती थी और उसे भाई मानती थी। हालांकि, कुछ समय से तौफीक ने नेहा पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया, जिससे नेहा ने उससे दूरी बना ली। तौफीक ने नेहा को धमकाना और उसका पीछा करना शुरू कर दिया। कुछ सूत्रों का दावा है कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे, लेकिन नेहा की बहन ने इसे खारिज करते हुए कहा कि तौफीक का प्यार एकतरफा था। घटना वाले दिन तौफीक ने बुर्का पहनकर अपनी पहचान छिपाई और नेहा को छत पर बुलाया, जहां बहस के बाद उसने यह जघन्य कृत्य किया। इस खुलासे ने मामले को और जटिल बना दिया है।,
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए कई टीमें गठित कीं। जिला पुलिस उपायुक्त आशीष मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, फोन कॉल रिकॉर्ड और तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया। तौफीक की लोकेशन रामपुर के टांड़ा में मिली, जहां दिल्ली पुलिस ने यूपी पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया। तौफीक मूल रूप से रामपुर का रहने वाला है और दिल्ली के मंडोली रोड पर काम करता था। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है। तौफीक से पूछताछ जारी है, और पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या इस हत्या में कोई और शामिल था या यह एकतरफा प्यार का परिणाम था।,
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
नेहा की हत्या ने ज्योति नगर और आसपास के इलाकों में तनाव पैदा कर दिया। चूंकि नेहा और तौफीक अलग-अलग समुदायों से थे, कुछ लोगों ने इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की। सोशल मीडिया पर कई पोस्ट्स में तौफीक की कड़ी निंदा की गई, और कुछ ने इसे धार्मिक आधार पर प्रचारित किया। हालांकि, पुलिस ने साफ किया कि यह व्यक्तिगत विवाद का मामला है। नेहा के परिवार ने तौफीक के लिए फांसी की मांग की है। इस घटना ने दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठाए हैं। कुछ स्थानीय नेताओं ने इस मामले को लेकर सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है। यह विवाद सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकता है।
महिलाओं की सुरक्षा और भविष्य के कदम
नेहा हत्याकांड ने दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। तौफीक का बुर्का पहनकर बिल्डिंग में घुसना और हत्या को अंजाम देना सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है। पुलिस को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सीसीटीवी निगरानी, गश्त और सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही, एकतरफा प्यार और उत्पीड़न जैसे मामलों में समय रहते कार्रवाई जरूरी है। नेहा के परिवार ने न्याय की मांग की है, और समाज को भी ऐसी घटनाओं के खिलाफ एकजुट होना होगा। सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून लागू करने और जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। इस घटना को केवल एक अपराध के रूप में नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की मांग के रूप में देखा जाना चाहिए।
ने पर सवाल उठाए हैं। तौफीक की गिरफ्तारी से परिवार को न्याय की उम्मीद जगी है, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक सबक है।
