26 जनवरी से जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बर्फबारी की उम्मीद

कठोर सर्दी की 40 दिनों की लंबी अवधि जिसे चिल्लई कलां कहा जाता है भले ही शनिवार से 10 दिनों से भी कम समय में समाप्त हो रही है लेकिन कश्मीरी बर्फ रहित सर्दी से डरे हुए हैं जो गर्मियों के महीनों में आपदा का कारण बन सकती है।
इस बीच मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि हम 26 जनवरी से अलग-अलग स्थानों पर हल्की बर्फबारी की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन अभी तक जम्मू-कश्मीर के पास कोई बड़ा पश्चिमी विक्षोभ नहीं आया है। इस दौरान पूरे कश्मीर में रात के तापमान में सुधार हुआ है लेकिन अभी भी रात कर तापमान हिमांक बिंदु से नीचे बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर जम्मू संभाग में पिछले कुछ दिनों की धूप ने एक बार फिर कोहरे व धूंध का रूप ले लिया है। शनिवार सुबह से ही धुंध छाई हुई थी। दोपहर में भी सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए। इस दौरान शीतलहर का प्रकोप भी बना रहा।
इसी बीच श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 3.7, गुलमर्ग में शून्य से नीचे 4.6 और पहलगाम में शून्य से नीचे 5.5 डिग्री सेल्सियस रहा। जम्मू शहर में रात का न्यूनतम तापमान 5.9, कटरा में 4.6, बटोत में 1.9, भद्रवाह में शून्य से नीचे 0.4 और बनिहाल में शून्य से नीचे 1.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
इसके अलावा लद्दाख क्षेत्र के लेह शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 13, कारगिल में शून्य से नीचे 10.8 और द्रास में शून्य से नीचे 12.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
