सर क्रीक विवाद: राजनाथ सिंह की चेतावनी ने फिर सुलगाया पुराना जख्म
3 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली: गुजरात के भुज में शस्त्र पूजा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पाकिस्तान को धमकी भरा संदेश—’सर क्रीक से गुजरता है कराची का रास्ता’—ने सीमा विवाद को फिर से सुलगा दिया। कश्मीर या सियाचिन जितना संवेदनशील यह 96 किमी लंबा दलदली इलाका क्यों? भारत-पाक के बीच 100 साल पुरानी यह जंग मछली पकड़ने से लेकर तेल-गैस रिजर्व तक फैली है। पाक की हालिया सैन्य तैनाती ने तनाव बढ़ाया, तो राजनाथ ने कहा—गुस्ताखी की तो इतिहास-भूगोल बदल देंगे। आइए, इस विवाद की जड़ें खोदें।
सर क्रीक: गुजरात-पाकिस्तान सीमा का दलदली रहस्य
सर क्रीक गुजरात के कच्छ के रण और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बीच 96 किमी लंबी दलदली खाड़ी (टाइडल एस्टुअरी) है, जो अरब सागर में गिरती है।
पहले इसका नाम बाण गंगा था, बाद में ब्रिटिश अधिकारी सर चार्ल्स क्रीक के नाम पर पड़ा। लोककथा में ‘सीरी’ मछली से जुड़ा माना जाता। एशिया का बड़ा फिशिंग ग्राउंड, लेकिन ज्वार-भाटे से पानी का स्तर बदलता रहता, जिससे जमीन-पानी की लाइन अस्पष्ट। सुरक्षा दृष्टि से संवेदनशील—पाकिस्तानी मछुआरे घुसपैठ करते, नावें जब्त। दुर्गम इलाका: गर्मी में झुलसाऊ तपिश, सर्दी में कड़ाके की ठंड। एक बदनाम नाला गश्त मुश्किल बनाता। भारत के कोस्ट गार्ड-नेवी पैट्रोलिंग करते। संभावित तेल-गैस रिजर्व एक्सप्लोर नहीं, विवाद की वजह से।
विवाद की जड़ें: 1914 के रेजोल्यूशन से बंटवारे की कड़वाहट
विवाद 100 साल पुराना। 1914 में बॉम्बे गवर्नमेंट के रेजोल्यूशन ने सीमा क्रीक के पूर्व तय की, सिंध का हिस्सा। 1947 बंटवारे के बाद सिंध पाकिस्तान, कच्छ भारत—झगड़ा शुरू। मुख्य मुद्दा समुद्री बॉर्डर की व्याख्या। भारत मिड-चैनल (बीच की लाइन) मानता, 1925 मैप-पिलर्स के आधार। पाक थैलवेग प्रिंसिपल (नेविगेबल चैनल) से इनकार, कहता क्रीक नेविगेबल नहीं। भारत हाई टाइड पर जहाज संभव बताता। 1965 कच्छ रण विवाद में ट्रिब्यूनल ने भारत को 90% दिया, सर क्रीक अनसुलझा। 1960 से बातचीत, लेकिन पाक नीयत संदिग्ध। LBOD कैनाल से गंदा पानी डालना इंडस वॉटर्स ट्रीटी का उल्लंघन।
राजनाथ की चेतावनी: पाक सैन्य बढ़ोतरी पर ‘इतिहास-भूगोल बदल देंगे’
2 अक्टूबर को भुज में शस्त्र पूजा के दौरान राजनाथ ने पाक को ललकारा। कहा, “78 साल बाद भी विवाद हवा दिया जा रहा। भारत डायलॉग चाहता, लेकिन पाक इंटेंशंस क्लियर नहीं।” पाक ने सर क्रीक के पास बटालियन, कोस्टल डिफेंस बोट्स, मरीन असॉल्ट क्राफ्ट्स बढ़ाए—घुसपैठ या आक्रामकता का शक। राजनाथ: “गुस्ताखी की तो इतना स्ट्रॉन्ग रिस्पॉन्स कि हिस्ट्री-ज्योग्राफी बदल जाए। 1965 में लाहौर पहुंचे, 2025 में कराची का रास्ता क्रीक से गुजरता।” ऑपरेशन सिंदूर में पाक ड्रोन-मिसाइल हमलों को नाकाम किया। भारत की सेना-बीएसएफ सतर्क।
सर क्रीक का महत्व: लैंड से समुद्र तक की जंग
सर क्रीक सिर्फ जमीन नहीं, समुद्री बॉर्डर तय करता—फिशिंग, ऑयल-गैस, EEZ से जुड़ा। भारत-पाक रिश्तों में हमेशा हॉट टॉपिक। इतिहास-भूगोल-करंट अफेयर्स में पूछा जाता। विवाद अनसुलझा रहने से संसाधन अटके, मछुआरों की जिंदगियां खतरे में। राजनाथ की चेतावनी ने डिप्लोमेसी को झकझोरा, लेकिन समाधान दूर। क्या डायलॉग बनेगा, या तनाव बढ़ेगा? यह विवाद भारत की सीमा सुरक्षा का आईना है।
