श्रीजीवननगर में नामधारी डेरे कीे जमीन के विवाद में चली गोलियां, छह घायल
सिरसा, 11 अगस्त । श्रीजीवननगर नामधारी डेरे कीे जमीन के विवाद में दाे पक्षाें में रविवार काे फायरिंग हुई। गाेली लगने से छह लाेग घायल हुए हैं। घायलों को पहले सिरसा और बाद में हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। सभी की हालत गंभीर बनी हुई है। माैके पर पहुंची पुलिस ने भी फायरिंग की और लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े।
नामधारी समुदाय के दो डेरे हैं। एक पक्ष का डेरा मस्तानगढ जोकि श्रीजीवननगर के पास ही है, जिनका मुख्यालय पंजाब के जिला लुधियाना के श्रीभैणी साहिब में है। इसका प्रबंधन सतगुरु उदय सिंह देखते हैं। दूसरा डेरा श्रीजीवननगर गांव में ही स्थित है, इस डेरे का प्रबंधन उदय सिंह के भाई ठाकुर दलीप सिंह करते हैं। रविवार सुबह सतगुरु उदय सिंह के अनुयायी डेरा श्रीजीवननगर में डेरे के पास 12 एकड़ जमीन पर कब्जा करने की नीयत से आए थे। विवादित जमीन श्रीजीवननगर नामधारी डेरे से सटी है। इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था।
दलीप सिंह के अनुयायी सिंह का दावा है कि यह जमीन उनकी है और सतगुरु उदय सिंह के अनुयायियों ने उस जमीन पर कब्जा करने के लिए डेरे पर हमला कर दिया। इसके बाद दोनों पक्ष आमने सामने आ गए और दोनों खेमों के समर्थकों के बीच जमकर फायरिंग हुई।इस फायरिंग में छह लोगों को गोली लगी है। डॉक्टरों ने घायल चार लोगों को सिविल अस्पताल सिरसा से अग्रोहा मेडिकल रेफर कर दिया है। वहीं, दो लोगों का सिरसा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो पुलिस पर भी गोलियां चलाई गईं। जवाब में पुलिस ने भीड़ को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे। एसपी विक्रांत भूषण भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। जीवननगर इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। एसएचओ की गाड़ी पर भी गोलियां चलाईं। गाड़ी का ड्राइवर बाल-बाल बच गया। गांव नकौड़ा के पूर्व सरपंच सुखचैन सिंह ने बताया कि जीवननगर में डेरे के बाहर 12 एकड़ जमीन है। डेरे की जमीन को लेकर पिछले कुछ समय से विवाद चल रहा था। रविवार सुबह दूसरे पक्ष के लोगों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं