शारदीय नवरात्र प्रारंभ, घरों के साथ मंदिरों में हुई घट स्थापना

मुरादाबाद में शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन रविवार को घरों के साथ मंदिरों में घट स्थापना के साथ माता रानी का पूजन किया गया। गंगाजल भरे कलश पर आम के पत्तों के साथ चुनरी में नारियल लपेटकर रखा गया। मिट्टी के कटोरे में मिट्टी भरकर उसमें जो बोए गए। गाय के गोबर से बने उपले (कंडे) में अग्नि प्रज्वलित कर हवन सामग्री से गायत्री मंत्र व दुर्गा माता के मंत्रों के साथ आहुति दी गई। अग्नि में लौंग कपूर का जोड़ा चढ़ाकर माता रानी से मन्नत मांगी गई। श्री दुर्गा चालीसा, दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के साथ आरती की गई।
रविवार को शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा तिथि पर मुरादाबाद में अनेक श्रद्धालुओं और मंदिरों में कलश स्थापना शुभ मुहूर्त 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट के बीच की गई। घरों में घट स्थापना के साथ ही सुबह से ही गली-मोहल्ले और कॉलोनियों के मंदिरों में श्रद्धालुओं का आगमन प्रारंभ हो गया। मंदिरों में भक्तों ने माता रानी को चुनरी, प्रसाद, श्रृंगार, फल-फूल इत्यादि चढ़ाकर पूजा अर्चना की गई। मंदिर में महिला कीर्तन मंडली द्वारा माता रानी का संकीर्तन कर भजन व भेंटें गाई गईं।
मुरादाबाद के लालबाग स्थित अति प्राचीन सिद्ध पीठ श्री काली माता मंदिर और श्री नौ देवी काली माता मंदिर में सुबह पांच बजे कपाट खुलने से पहले ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई। कपाट खुलते ही माता के जयकारों और घंटों की गूंज के साथ श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किये।
महिलाओं और पुरुषों से अलग-अलग द्वार से प्रसाद चढ़वाया गया। दोपहर एक बजे तक श्रद्धालु पहुंचते रहे। श्री काली माता मंदिर के महंत सज्जन गिरि और श्री नौ देवी काली माता मंदिर के महंत राम गिरि ने बताया कि सायं चार बजे भी मंदिर खुलने से पहले ही भीड़ जुट गई और देर रात तक श्रद्धालु पहुंचते रहे। रात्रि में शृंगार और शयन आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद हुए।
