अखंड भारत की कामना के साथ संघ प्रमुख भागवत ने हनुमान जी को चढ़ाए 51 मन लड्डू
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने शुक्रवार को मां विंध्यवासिनी की चौखट पर शीश नवाया। डॉ. भागवत ने मां विंध्यवासिनी का विधिवत दर्शन-पूजन करने के बाद विंध्य पर्वत पर विराजमान मां काली एवं मां अष्टभुजा के श्रीचरणों में भी मत्था टेका। सरसंघचालक शक्ति साधना कर विश्व कल्याण की कामना कर काशी प्रस्थान कर गए।
दरअसल, पूर्वांचल दौरे पर निकले डॉ. भागवत 20 जुलाई से ही मीरजापुर प्रवास पर थे। सक्तेशगढ़ स्थित परमहंस आश्रम पर स्वामी अड़गड़ानंद एवं विंध्याचल के महुआरी कला स्थित देवरहा हंस बाबा आश्रम पर देवरहा हंस बाबा का आशीर्वाद लेने के साथ आध्यात्मिक चर्चा भी की। वहीं अखंड भारत के निर्माण के लिए देवरहा हंस बाबा आश्रम स्थित हनुमान मंदिर में रामदूत हनुमान को शुद्ध देशी घी से निर्मित 51 मन लड्डू का भोग लगाया।
काशी विश्वनाथ एवं विंध्यवासिनी धाम के पुरोहितों ने मंत्रोच्चारण के बीच पूजन-अर्चन कराया। शुक्रवार सुबह सरसंघचालक मां विंध्यवासिनी धाम पहुंचे। गर्भगृह पहुंच कर मां विंध्यवासिनी का विधिवत पूजन-अर्चन किया और मंदिर परिसर पर विराजमान समस्त देवी-देवताओं के श्रीचरणों में शीश नवाया। हवन कुंड की भी परिक्रमा की, फिर मां के पताका को प्रणाम कर सरसंघचालक विंध्य पर्वत की ओर चल पड़े और मां काली एवं मां अष्टभुजा का भी दर्शन-पूजन किया।
सरसंघचालक के विंध्यधाम पहुंचने पर नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने मां विंध्यवासिनी का चित्र भेंट कर उनका स्वागत किया।
