बारिश की फुहारों ने चुराई गर्मी की नींद, अब सर्द हवाओं का स्वागत: देशभर में मौसम का नया रंग
नई दिल्ली – 8 अक्टूबर, 2025: देश के कोने-कोने में मानसून की विदाई के बाद मौसम ने करवट ली है। कहीं सुबह की धूप गुनगुनी हो रही है, तो कहीं पहाड़ों पर गुलाबी ठंड का अहसास हो रहा है। दिल्ली-एनसीआर से लेकर उत्तराखंड तक, बारिश ने उमस को धो डाला, लेकिन अब साफ आसमान की उम्मीद जगी है। क्या यह शरद ऋतु का पहला संकेत है? मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर भारत में हल्की फुहारें रुकने वाली हैं, जबकि दक्षिण में भारी बारिश का अलर्ट बरकरार है। तापमान में गिरावट से लोगों को राहत मिली, लेकिन भूस्खलन जैसी चुनौतियां भी सामने आईं। आइए, जानें आज आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम—कहीं धूप खिलेगी, तो कहीं बादल छाए रहेंगे। यह बदलाव न सिर्फ यात्रा प्लान्स को प्रभावित कर रहा है, बल्कि किसानों और पर्यटकों के लिए नई उम्मीदें जगा रहा है।
उत्तर भारत का मौसम: बारिश की विदाई, धूप का आगमन
उत्तर भारत में मंगलवार की बारिश ने तापमान को 8-10 डिग्री नीचे धकेल दिया, जिससे दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में सुहावना एहसास हुआ। IMD के अनुसार, 8 अक्टूबर को दिल्ली में बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश के आसार न के बराबर हैं। अधिकतम तापमान 28-30°C रहेगा, न्यूनतम 18-20°C। 9-10 अक्टूबर से साफ आसमान की भविष्यवाणी है। यूपी में लखनऊ और कानपुर जैसे शहरों में बूंदाबांदी रुकेगी, तापमान बढ़कर 32-35°C हो जाएगा, लेकिन 12 अक्टूबर तक गर्मी लौटेगी। राजस्थान के जयपुर और जोधपुर में शुष्क मौसम बनेगा, हल्की हवाएं 20-25 किमी/घंटा चलेंगी। पंजाब-हरियाणा में चंडीगढ़ का तापमान 30/19°C रहेगा, मानसून की विदाई के साथ धुंध की शुरुआत हो सकती है। बिहार में पटना समेत कई जगहों पर हल्की बारिश और गरज-चमक संभव, बिजली गिरने का खतरा। यह बदलाव किसानों के लिए फसल कटाई में मददगार साबित हो रहा, लेकिन शहरी ट्रैफिक को जाम से राहत मिली। कुल मिलाकर, उत्तर भारत अब शरदीय ठंडक की ओर बढ़ रहा, जहां धूप-सर्दी का मेल मजा दोगुना कर देगा।
पहाड़ी इलाकों में ठंडक का राज: बर्फबारी और सतर्कता की घंटी
हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ों ने सर्दी का स्वागत बर्फीली चादर ओढ़कर किया। हिमाचल के लाहौल-स्पीति में गोंडला (26.5 सेमी), केलांग (20 सेमी) में ताजा बर्फबारी हुई, जबकि पांगी घाटी के ऊंचे इलाकों में पहली बर्फ ने जनजीवन ठप कर दिया। IMD ने निचले क्षेत्रों में हल्की बारिश, ऊंचाई वाले इलाकों में बुधवार-गुरुवार को बर्फबारी की चेतावनी दी, उसके बाद शुष्क मौसम। तापमान शिमला में 15/8°C, मनाली में 12/5°C रहेगा। उत्तराखंड के पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में भारी बारिश का अलर्ट, भूस्खलन का खतरा। देहरादून का तापमान 28/16°C, लेकिन पहाड़ों में 10-15°C तक गिरावट। जम्मू-कश्मीर के डोडा, रामबन और किश्तवाड़ में ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हुई, लेकिन आज से सुधार होगा—श्रीनगर में 22/10°C, अगले 15 दिनों तक शुष्क। स्थानीय प्रशासन ने ऊंचे इलाकों में यात्रा न करने की सलाह दी, SDRF अलर्ट पर। यह मौसम पर्यटकों के लिए स्कीइंग का मौका ला रहा, लेकिन आपदा प्रबंधन को चुनौती। कुल मिलाकर, पहाड़ी राज्यों में ठंडक ने सर्दी का स्वाद चखा दिया, जहां प्रकृति की सुंदरता के साथ सावधानी जरूरी है।
दक्षिण भारत में बादलों का जलवा: भारी बारिश की तैयारी
दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में मानसून सक्रिय है, IMD ने अगले 4-5 दिनों तक बढ़ोतरी की भविष्यवाणी की। कर्नाटक, तमिलनाडु, रायलसीमा और केरल में कई जगहों पर भारी बारिश (7-11 सेमी) संभव, तटीय आंध्र में 30-40 किमी/घंटा तेज हवाएं। चेन्नई का तापमान 32/25°C, लेकिन बेंगलुरु में हल्की-मध्यम फुहारें। केरल के तिरुवनंतपुरम में 30/24°C, लैंडस्लाइड का खतरा। तमिलनाडु के मदुरै में 35°C तक चढ़ाव, लेकिन तटीय इलाकों में उमस। यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह, क्योंकि यह बारिश बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकती है। पूर्वोत्तर में असम-मेघालय में भारी वर्षा, लेकिन उत्तर-पूर्व का जिक्र कम। यह मौसम दक्षिण के लिए चुनौतीपूर्ण, लेकिन जलाशय भरने में सहायक। कुल मिलाकर, दक्षिण भारत में बादल छाए रहेंगे, जहां बारिश ने हरियाली तो ला दी, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है।
