खैबर पख्तूनख्वा में PTI का नया चेहरा: इमरान के करीबी सुहैल अफरीदी बने CM, विपक्ष का वॉकआउट
पेशावर, 14 अक्टूबर 2025: पाकिस्तान के उत्तरी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा (KP) में सियासी उथल-पुथल मच गई है। जेल में बंद पूर्व PM इमरान खान के करीबी सुहैल अफरीदी को सोमवार को विधानसभा ने नया मुख्यमंत्री चुना। 35 साल के युवा नेता को 90 वोट मिले, लेकिन विपक्ष ने चुनाव को ‘असंवैधानिक’ बताकर सदन से वॉकआउट कर दिया। पूर्व CM अली अमीन गंडापुर का इस्तीफा विवादों में फंसा, फिर भी स्पीकर ने मतदान कराया। PTI की यह चाल प्रांत में पार्टी की पकड़ मजबूत करने की है, लेकिन विपक्ष का गुस्सा सड़कों तक फैल सकता है। आखिर क्यों बदला चेहरा और क्या हैं इसके निहितार्थ? पूरी कहानी आगे…
चुनाव की हलचल: 90 वोटों से जीत, विपक्ष का वॉकआउट और इस्तीफे का पेंच
खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा के सोमवार सत्र में हंगामा रहा। PTI के उम्मीदवार सुहैल अफरीदी को 145 सदस्यों वाली सभा में 90 वोट मिले, जबकि JUI-F, PML-N और PPP के संयुक्त उम्मीदवार मौलाना लुत्फुर रहमान को एक भी न। विपक्ष ने पूर्व CM अली अमीन गंडापुर के इस्तीफे को न स्वीकारे जाने का हवाला देकर वॉकआउट किया। नेता प्रतिपक्ष इबादुल्लाह ने कहा, ‘संविधान के मुताबिक पहले इस्तीफा स्वीकार करो, फिर गैर-अधिसूचित मंत्रिमंडल बनाओ। यह चुनाव अवैध है।’ स्पीकर बाबर सलीम स्वाती ने जवाब दिया, ‘गंडापुर ने दोबारा इस्तीफा भेजा है। संविधान लोगों की इच्छा से नहीं चलता।’ राज्यपाल फैसल करीम कुंदी ने पहले ‘हस्ताक्षर असमानता’ पर इस्तीफा लौटाया था, लेकिन रविवार रात एक्स पर कुंदी ने पुष्टि की—दूसरा इस्तीफा आया, 15 अक्टूबर को स्पष्टीकरण मांगा। डान न्यूज के अनुसार, यह PTI की आंतरिक कलह का नतीजा, जहां इमरान ने गंडापुर को हटाने का आदेश दिया। अफरीदी पहली बार खैबर जिले से CM बने, जो FATA मर्जर के बाद मील का पत्थर।
इमरान का भरोसा: ‘साधारण से CM’, अफरीदी की जड़ें और पार्टी की उम्मीदें
सुहैल अफरीदी (35) का चुनाव PTI के लिए नई उम्मीद। 1989 में खैबर के बारा तहसील में जन्मे, उन्होंने मुस्लिम पब्लिक स्कूल पेशावर से मैट्रिक और यूनिवर्सिटी ऑफ पेशावर से इकोनॉमिक्स में BA किया। 2024 चुनाव में PK-70 से 31,649 वोटों से जीते, पहली बार MPA बने। गंडापुर सरकार में कम्युनिकेशन एंड वर्क्स में स्पेशल असिस्टेंट, फिर हायर एजुकेशन मिनिस्टर। इमरान ने उन्हें चुना क्योंकि अफरीदी युवा, ट्राइबल एरिया से और स्टूडेंट एक्टिविस्ट बैकग्राउंड। हिंदू की रिपोर्ट: इमरान ने गंडापुर को सैन्य ऑपरेशंस रोकने के आदेश न मानने पर हटाया। अफरीदी ने कहा, ‘इमरान ने साधारण कार्यकर्ता, मध्यम वर्गीय परिवार से बिना राजनीतिक बैकग्राउंड वाले को CM बनाया। प्रांत इमरान का है, उनकी विजन को आगे बढ़ाएंगे।’ जियो न्यूज: अफरीदी ड्रोन अटैक्स, बारा इंसिडेंट पर आवाज उठा चुके। PTI का दावा—अफरीदी से पार्टी में एकता, युवा लीडरशिप। लेकिन चुनौतियां: आर्थिक संकट, बाढ़ प्रभावित इलाके।
विपक्ष का हमला: ‘अवैध चुनाव’, PTI की सत्ता पर सवाल, प्रांत में अस्थिरता की आशंका
विपक्ष ने चुनाव को ‘धांधली’ करार दिया। JUI-F के मौलाना लुत्फुर रहमान ने कहा, ‘गंडापुर का इस्तीफा लटका, फिर भी वोटिंग? यह लोकतंत्र का मजाक।’ PML-N और PPP ने संयुक्त उम्मीदवार उतारा, लेकिन वॉकआउट से चुनाव एकतरफा। डेली पाकिस्तान: राज्यपाल कुंदी ने देरी की कोशिश की, लेकिन स्पीकर ने आगे बढ़ाया। अफरीदी ने कहा, ‘विपक्ष की चालें नाकाम होंगी, PTI मजबूत।’ लेकिन प्रांत में अस्थिरता बढ़ी—2024 चुनावों के बाद PTI की बहुमत वाली सरकार पर सवाल। ट्रिब्यून: गंडापुर का इस्तीफा इमरान के आदेश पर, पार्टी में फूट। विपक्ष सुप्रीम कोर्ट जा सकता, जहां FATA मर्जर के बाद ट्राइबल वोट बैंक PTI का। अफरीदी को चुनौती: हायर एजुकेशन सुधार, इंफ्रास्ट्रक्चर। क्या यह इमरान की रणनीति प्रांत को मजबूत करेगी या विपक्ष को हवा देगी? समय जवाब देगा।
