पवई स्टूडियो बंधक कांड: AICWA ने ऑडिशन स्टूडियोज की जांच की मांग की, ‘बॉलीवुड का नाम खराब हो रहा’
मुंबई, 31 अक्टूबर 2025: मुंबई के पवई के RA स्टूडियो में फर्जी ऑडिशन के नाम पर 19 लोगों (17 बच्चे सहित) को बंधक बनाने की घटना ने बॉलीवुड को हिला दिया। यूट्यूबर रोहित आर्या को पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया, लेकिन ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने सभी स्टूडियोज की जांच की मांग की है। एसोसिएशन का कहना है कि ऐसी घटनाएं इंडस्ट्री का नाम खराब कर रही हैं। लेकिन क्या यह उभरते कलाकारों की सुरक्षा पर सवाल नहीं खड़ा करता? आइए, तीन हिस्सों में इस घटना को समझते हैं।
फर्जी ऑडिशन का खौफनाक कांड
30 अक्टूबर को पवई के RA स्टूडियो में रोहित आर्या (50 वर्ष, पुणे निवासी) ने 17 बच्चों (10-17 वर्ष) और 2 वयस्कों को वेब सीरीज ऑडिशन के बहाने बुलाया। आर्या ने सोशल मीडिया पर ऐड चलाकर इन्हें लुभाया। ऑडिशन के दौरान उसने कमरा लॉक कर दिया, वीडियो जारी कर धमकी दी: “मैं आतंकी नहीं, लेकिन अगर मेरी बात न सुनी गई तो सबको आग लगा दूंगा।” वह पूर्व मंत्री दीपक केसरकर से 2 करोड़ रुपये का भुगतान मांग रहा था, जो ‘स्वच्छता मॉनिटर’ प्रोजेक्ट का था। पुलिस को दोपहर 2 बजे सूचना मिली। QRT की 8 कमांडो टीम ने बाथरूम से घुसकर 35 मिनट में सभी को बचा लिया। आर्या ने एयर गन से फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में वह घायल हुआ और शाम 5:15 बजे अस्पताल में मर गया।
AICWA की मांग और स्टूडियो जांच
AICWA अध्यक्ष सुरेश श्यामलाल गुप्ता ने CM देवेंद्र फडणवीस को नोटिस जारी कर सभी स्टूडियोज पर नकेल कसने की मांग की। एसोसिएशन के X पोस्ट में कहा गया: “पवई में फर्जी ऑडिशन में 20 उभरते कलाकारों का अपहरण। RA स्टूडियो में बिना अनुमति कैसे? बॉलीवुड का नाम खराब हो रहा।” उन्होंने जांच के लिए सवाल उठाए: स्टूडियो को ऑडिशन की अनुमति कैसे मिली? आयोजकों का बैकग्राउंड क्या? कलाकारों का डेटा कहां से? AICWA ने गृह विभाग से रजिस्ट्रेशन, लाइसेंसिंग और सत्यापन प्रोटोकॉल लागू करने की सिफारिश की। गुप्ता ने कहा, “मुंबई में हजारों कलाकार सपनों के पीछे आते हैं। ऐसी घटनाएं हर जिंदगी को खतरे में डाल रही हैं। सरकार पारदर्शिता लाए।”
कलाकारों के लिए सलाह और भविष्य की चुनौतियां
AICWA ने उभरते कलाकारों से अपील की: ऑडिशन की पुष्टि आधिकारिक स्रोतों से करें, संदिग्ध मामलों में पुलिस या एसोसिएशन से संपर्क करें। पुलिस ने आर्या के यूट्यूब चैनल और प्रोजेक्ट की जांच शुरू की। पूर्व मंत्री केसरकर ने कहा कि आर्या ने विरोध प्रदर्शन किए थे, लेकिन यह तरीका गलत था। यह घटना बॉलीवुड में फर्जी कास्टिंग कॉल्स की बढ़ती समस्या को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल वेरिफिकेशन और सख्त नियम जरूरी हैं, वरना उभरते कलाकारों का सपना खतरे में पड़ जाएगा।