• December 30, 2025

भाजपा ने टौणी देवी में मनाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस

 भाजपा ने टौणी देवी में मनाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म दिवस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस पर जिला भाजपा द्वारा सेवा पखवाड़ा जिला स्तरीय आयोजन टौणी देवी देवी कस्बा में रविवार को किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला भाजपा अध्यक्ष देशराज शर्मा ने की।

प्रदेश भाजपा सचिव व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रभारी सुमित शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के बजट सत्र में केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना को लेकर बात की गई थी और इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर भी जिक्र किया था। इस योजना में 13000 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। आज विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री के द्वारा लॉन्च किया गया है।कारीगरों को आर्थिक सहायता देना इस योजना का उद्देश्य है। इससे कारीगरों के पारंपरिक कौशल को बढ़ावा मिलेगा। यह कारीगरों तक प्रोडक्ट्स और सर्विस को सही तरीके से पहुंचाने में मदद करेगी।

उन्होने कहा कि इस योजना के लाभार्थी को 15,000 रुपये का टूलकिट मिलेगा। इसके अलावा लाभार्थी को स्किल ट्रेनिंग के साथ 500 रुपये प्रति दिन के स्टाइपेंड का भी विशेष प्रावधान रहेगा।

ज़िला अध्यक्ष देसराज शर्मा ने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के लिए यह गौरव का विषय है कि उन्हें अनुराग ठाकुर के रूप में एक युवा एवं सशक्त सांसद मिला है। अनुराग ठाकुर ने अपने निजी खर्चे से कई कल्याणकारी योजनाएं आम जनता के लिए चलाई हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के जन्म दिवस में सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम में सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की एंबुलेंस वैन भी अपना योगदान दे रही हैं।

पीएम विश्वकर्मा योजना का फायदा लौहार, ताला बनाने वाले, कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जा, मछली का जाल बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राज मिस्त्री, डलिया, चटाई और झाड़ू बनाने वाले लोगों को मिलेगा। इस योजना में इन 18 पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है। इससे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी।

विश्वकर्मा योजना पर वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 13,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे देशभर में करीब 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को फायदा मिलेगा। योजना के पहले चरण में कामगारों को 5% ब्याज दर से एक लाख रुपए का लोन मुहैया कराया जाएगा।

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