पटाखा लाइसेंस के लिए लोग लगा रहे चक्कर

धमतरी शहर में पटाखा लाइसेंस का नए सिरे से नवीनीकरण कराने के लिए व्यवसायियों को खासी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। दस्तावेज की कमी समेत अन्य कारणों के चलते उन्हें आवेदन करने के लिए आवश्यक तैयारी करनी पड़ रही है। इस साल ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू कर दिया गया है।
इस पर्व में पटाखा जलाने का विशेष महत्व है। ऐसे में पटाखा लाइसेंस बनाने समेत नवीनीकरण कराने के लिए व्यवसायियों में होड़ मची हुई है। कलेक्ट्रेट शाखा से गुरुवार को मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में पटाखा लाइसेंस नवीनीकरण के लिए मैनुअल के साथ ही ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार धमतरी में पटाखा व्यवसायी संघ के करीब 80 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसी तरह ऑनलाइन से 100 आवेदन और ग्राम पंचायत स्तर से करीब 45 आवेदन लाइसेंस प्राप्त के लिए मिल हैं, जिनका विभागीय अधिकारी कर्मचारी वेरिफिकेशन करने में जुटे हुए हैं।
उधर अस्थाई पटाखा व्यवसायी नरोत्तम साहू, अखिलेश देवांगन ने बताया कि पटाखा लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के लिए इस साल आनलाइन आवेदन करने की जरूरत पड़ रही है। इसमें आवेदन के साथ ही शपथ पत्र, निवास प्रमाण पत्र, निगम प्रशासन की एनओसी, नजरी नक्शा के साथ ही चालान भी जमा कराना पड़ रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल नियम-कानून सख्त है। आनलाइन होने के चलते एक भी डाक्यूमेंट में त्रुटि पाए जाने पर आवेदन स्वतः ही निरस्त हो रहा है। ऐसे में व्यवसायियों को दो से तीन बार आवेदन करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार पटाखा व्यवसायी संघ से जुड़े सदस्यों ने बताया कि धमतरी में स्थाई और अस्थाई को मिलाकर करीब 115 पटाखा व्यवसायी है। पिछले साल की तरह इस साल भी मिशन मैदान में पटाखा विक्रय के लिए स्टाॅल लगाया जा सकता है। इस साल पांच दिनों तक चलने वाला दीपावली का पर्व नौ नवंबर से शुरू हो जाएगा। 11 नवंबर को शुभ मुहूर्त में दीपावली का पर्व परपंरागत ढंग से मनाया जाएगा।
सभी को शासन के नियम का पालन करना आवश्यक।
इस संबंध में अपर कलेक्टर जीआर मरकाम ने कहा कि पटाखा लाइसेंस नवीनीकरण तथा नया लाइसेंस बनाने के लिए मैनुअल के साथ ही आनलाइन आवेदन मंगाया जा रहा है। शासन के गाइड लाइन अनुसार इसका निराकरण किया जाएगा। सभी को शासन के नियम का पालन करना आवश्यक है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर के चलते आम नागरिक कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। इसे सुप्रीम कोर्ट ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने प्रदूषण फैलाने पर पटाखा विक्रय पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया है। ऐसे में यदि कोई भी विक्रेता इस तरह का पटाखा विक्रय करते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
