नेपाल हिमस्खलन: अन्नपूर्णा में फंसे 17 भारतीय पर्यटक सुरक्षित, 31 अक्टूबर तक ट्रेकिंग बैन
काठमांडू, 31 अक्टूबर 2025: नेपाल के म्याग्दी जिले में अन्नपूर्णा आधार शिविर (ABC) के पास भारी बर्फबारी और हिमस्खलन से फंसे 17 भारतीय पर्यटकों समेत 72 पर्वतारोहियों को सुरक्षित बचा लिया गया। सशस्त्र पुलिस बल (APF) और नेपाल पुलिस की संयुक्त टीम ने अभियान चलाया। भारतीय दूतावास ने बचाव की सराहना की। लेकिन जलवायु परिवर्तन से बढ़ते खतरे क्या पर्यटन को प्रभावित करेंगे? आइए, तीन हिस्सों में इस घटना को समझते हैं…
हिडन वैली में फंसे पर्यटक और बचाव अभियान
सोमवार रात से शुरू हुई लगातार बारिश और बर्फबारी ने धौलागिरी सर्किट ट्रेकिंग मार्ग (हिडन वैली) को अवरुद्ध कर दिया। 17 भारतीय पर्यटक म्याग्दी-मुस्तांग को जोड़ने वाले इस मार्ग पर फंस गए। ऊंचाई 4,190 मीटर पर तापमान गिरने से जान का खतरा हो गया। मुस्तांग से तैनात विशेष बचाव दल ने रास्तों से बर्फ हटाकर सभी को निकाला। पुलिस उपाधीक्षक लील बहादुर भुजेल ने कहा, “टीम ने अवरुद्ध रास्ते साफ किए, कोई हताहत नहीं।” सभी पर्यटक अब अन्नपूर्णा ग्रामीण नगरपालिका में लॉज में ठहरे हैं। मौसम साफ होने पर काठमांडू लौटेंगे। APF के अधिकारी ने कहा कि खराब मौसम ने वापसी रोकी थी।
भारतीय दूतावास की प्रतिक्रिया और कुल बचाव
भारतीय दूतावास ने सभी 17 पर्यटकों से संपर्क साधा। प्रवक्ता ने कहा, “हमारे नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता है। नेपाल सरकार का सहयोग सराहनीय।” यह घटना भारत-नेपाल पर्यटन सहयोग को मजबूत करने का अवसर है। APF ने बताया कि अन्नपूर्णा क्षेत्र में कुल 1,500 से अधिक पर्यटकों को बचाया गया, जिनमें भारतीय सबसे अधिक। म्याग्दी और मनांग जिलों में हालिया बर्फबारी से सैकड़ों फंसे थे। पर्यटन विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन से ऐसे हादसे बढ़ रहे हैं। पर्यटकों को उन्नत उपकरण, गाइड और मौसम पूर्वानुमान की सलाह दी जाती है।
ट्रेकिंग बैन और सुरक्षा उपाय
म्याग्दी के मुख्य जिला अधिकारी बद्री प्रसाद तिवारी ने 31 अक्टूबर तक ABC तक ट्रेकिंग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। उन्होंने कहा, “लगातार बर्फबारी और संभावित खतरे को देखते हुए यह कदम जरूरी। पर्यटकों को मौसम जांचने की सलाह।” यह प्रतिबंध और हादसों को रोकने के लिए है। नेपाल के हिमालयी क्षेत्र में बदलता मौसम खतरा बन रहा है। स्थानीय स्वयंसेवकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। घटना नेपाल पर्यटन को चेतावनी देती है, जहां अन्नपूर्णा जैसे ट्रेक लोकप्रिय हैं। मौसम साफ होने पर सामान्य ट्रेकिंग बहाल होगी।