एनडीआरएफ के जवानों ने 500 से अधिक लोगों की जान बचाई

बाढ़ से प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) पूरी तरह से मुस्तैद हैं। जान हथेली पर रखकर रेस्क्यू ऑपरेशन कर एनडीआरएफ के जवानों ने करीब पांच सौ से अधिक लोगों की जान बचाई हैं।
यमूना नदी का पानी अब जिले के कई इलाके में पहुंच गया है। मथुरा, वृंदावन के हजारों घर जलमग्न हो चुके हैं। घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ और इलाका पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। इसी के तहत एनडीआरएफ ने अब तक 500 से ज्यादा लोगों की जान बचा चुके हैं।
गौरतलब हो कि मथुरा में बाढ़ ने कोहराम मचाया तो केंद्र सरकार ने लोगों की मदद के लिए एनडीआरएफ की दो टीम मथुरा के लिए रवाना कर दी। एक टीम गाजियाबाद से तो दूसरी टीम बनारस से आई है। दोनों टीमों में 50 से अधिक जवान हैं। इनके पास लाइफ सपोर्ट सिस्टम, वोट और रेस्क्यू करने का सभी सामान है। शहर में लोगों को बचाने का जिम्मा गाजियाबाद की टीम ने संभाला है तो देहात इलाके में बनारस से आई टीम मोर्चा संभाले हुए हैं।
बाढ़ में लोगों के लिए देवदूत बने एनडीआरएफ के जवान रात 11 बजे मथुरा पहुंचे। यहां पहुंचते ही टीम को सूचना मिली कि जयसिंह पूरा खादर में एक परिवार फंस गया है। टीम के जवानों ने बिना देर किए अपनी वोट तैयार की और पहुंच गए रेस्क्यू करने। रात के अंधेरे में एनडीआरएफ के जवानों ने बाढ़ में फंसे परिवार को सकुशल रेस्क्यू किया। एनडीआरएफ की टीम ने पूरी रात में 24 इंसान और 47 पशुओं का रेस्क्यू किया।
