मुंबई: डेटिंग ऐप पर शादी का झांसा देकर बिजनेसमैन से 53 लाख की ठगी, ‘गोल्ड ट्रेडिंग’ के नाम पर महिला ने बिछाया जाल
मुंबई। मायानगरी मुंबई में साइबर ठगी का एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक 52 वर्षीय बिजनेसमैन को डेटिंग ऐप के जरिए दोस्ती करना काफी महंगा पड़ गया। एक महिला ने बिजनेसमैन को न केवल शादी का झांसा दिया, बल्कि उसे फर्जी गोल्ड ट्रेडिंग स्कीम में निवेश करने के बहाने करीब 53 लाख रुपये का चूना लगा दिया। प्यार और भरोसे के नाम पर शुरू हुई यह कहानी अंततः पुलिस की फाइलों तक पहुँच गई है।
ठगी का शिकार हुए पीड़ित ने जब अपने निवेश किए गए पैसे निकालने की कोशिश की, तब उसे इस पूरी साजिश का पता चला। फिलहाल मुंबई पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर तकनीकी जांच और बैंक खातों के विवरण के आधार पर तलाश शुरू कर दी है।
डेटिंग ऐप से दोस्ती और फिर शादी का वादा
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, पीड़ित बिजनेसमैन की मुलाकात कुछ समय पहले एक मशहूर डेटिंग ऐप पर एक महिला से हुई थी। महिला ने अपनी बातों से बिजनेसमैन को प्रभावित किया और धीरे-धीरे दोनों के बीच घनिष्ठता बढ़ गई। विश्वास जीतने के लिए महिला ने पीड़ित को शादी का प्रस्ताव भी दिया, जिससे बिजनेसमैन को उस पर पूरा भरोसा हो गया।
शादी की बात पक्की होने का अहसास दिलाते हुए महिला ने अपनी ‘कमाई’ का राज साझा करने का नाटक किया। उसने दावा किया कि वह गोल्ड ट्रेडिंग (सोने के व्यापार) के एक खास प्लेटफॉर्म के जरिए बहुत मुनाफा कमा रही है। उसने पीड़ित को सुझाव दिया कि अगर वे दोनों शादी करने वाले हैं, तो उन्हें भविष्य के लिए भारी निवेश करना चाहिए ताकि उनका जीवन सुरक्षित रहे।
फर्जी गोल्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर निवेश का खेल
महिला के बहकावे में आकर बिजनेसमैन ने उसके द्वारा बताए गए एक फर्जी मोबाइल एप्लिकेशन और लिंक के जरिए गोल्ड ट्रेडिंग शुरू कर दी। शुरुआत में एप पर फर्जी मुनाफ़ा बढ़ता हुआ दिखाया गया, जिससे प्रेरित होकर पीड़ित ने अलग-अलग किस्तों में कुल 53 लाख रुपये जमा कर दिए। यह सारी रकम महिला द्वारा निर्देशित अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर की गई।
ठगी का खुलासा तब हुआ जब बिजनेसमैन को पैसों की जरूरत पड़ी और उसने एप्लिकेशन से अपनी जमा राशि और मुनाफा निकालने का प्रयास किया। तकनीकी कारणों का हवाला देकर उसके ‘विड्रॉल’ (पैसे निकालने) के अनुरोध को बार-बार खारिज कर दिया गया। जब उसने अपनी ‘होने वाली पत्नी’ (महिला) से संपर्क करने की कोशिश की, तो उसने भी दूरी बनानी शुरू कर दी और अंततः उसका नंबर बंद हो गया। तब पीड़ित को समझ आया कि वह एक बड़े साइबर फ्रॉड का हिस्सा बन चुका है।
पुलिस की जांच और साइबर सेल की चेतावनी
मामला संज्ञान में आते ही पुलिस ने धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। साइबर सेल की टीम उन बैंक खातों और आईपी एड्रेस को ट्रैक कर रही है, जिनका इस्तेमाल इस वारदात में किया गया था। पुलिस का मानना है कि इसके पीछे एक संगठित गिरोह हो सकता है जो डेटिंग ऐप्स के जरिए संपन्न लोगों को निशाना बनाता है।
इस घटना के बाद साइबर विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि डेटिंग ऐप्स पर अनजान लोगों द्वारा दिए गए निवेश के सुझावों से बचें। खासकर उन एप्स या लिंक्स पर पैसा न लगाएं जो अधिकृत नहीं हैं, क्योंकि साइबर अपराधी अक्सर ‘हनी ट्रैप’ और वित्तीय लालच का संगम बनाकर ठगी को अंजाम देते हैं।