महावीरी झंडा शोभायात्रा जुलूस की महंत एवं बड़ी मस्जिद के इमाम ने की आगवानी,धार्मिक ग्रंथों का हुआ आदान प्रदान

फारबिसगंज में 1904 से रामायण परिषद की स्थापना और वार्षिकत्सव को लेकर सांवलिया कुंज ठाकुरबाड़ी से रविवार को निकला महावीरी झंडा शोभायात्रा जुलूस ऐतिहासिक रहा।सांवलिया कुंज ठाकुरबाड़ी के महंत पंडित कौशल किशोर दुबे के नेतृत्व में निकले इस बार महावीरी झंडा शोभायात्रा जुलूस में सांसद प्रदीप कुमार सिंह सहित जिले के जनप्रतिनिधियों ने बिना राग द्वेष के भाग लिया और पूरा इलाका जय श्री राम और हर हर महादेव,बोलबम के नारों से गूंज उठा।
जुलूस में शामिल भक्त महावीरी ध्वज को थामे हुए था तो सांसद प्रदीप कुमार सिंह हनुमानजी के अस्त्र गदा को थाम भीड़ का हौसला आफजायी कर रहे थे।सियासत की दीवार को तोड़ते हुए शोभायात्रा में सभी दलों और मजहब के लोगों की शिरकत थी।भाजपा के आदित्य नारायण झा,रजत कुमार सिंह,मुख्य पार्षद वीणा देवी,अविनाश कन्नोजिया,दिलीप निराला,मनोज झा,राजद के मनीष यादव समेत समाजसेवी रामकुमार भगत,अजातशत्रु अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल आदि जुलूस में शामिल हुए।
जुलूस को शान्तिपूर्ण सम्पन्न कराने और विधि व्यवस्था को बनाये रखने के लिए भारी संख्या में पुलिस अधिकारियों और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई थी।स्वयं डीएम इनायत खान और एसपी अशोक कुमार सिंह जुलूस का मॉनिटरिंग करते रहे।शोभायात्रा को लेकर डीएसपी रैंक के अधिकारी समेत30 इंस्पेक्टर,97 पुलिस अधिकारी और 600 महिला और पुरुष बल के साथ एसएसबी जवानों की तैनाती की गई थी।
मौके पर बोलते हुए सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि 119 वर्षों से अनवरत चला आ रहा महावीरी झंडा जुलूस भारत की पौराणिक सभ्यता और संस्कृति को बताता है।यह शोभायात्रा बताता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और उसके भक्त हनुमान के उस सम्बन्ध का जिसमें भगवान हनुमान का अपने भगवान राम के प्रति किस तरह सेवाभाव को लेकर संकल्पित रहे।
शोभायात्रा जुलूस जब दरभंगिया बस्ती स्थित बड़ी मस्जिद के पास पहुंची तो मुहर्रम कमिटी के मो.दिलशाद और वाहिद अंसारी के नेतृत्व में जुलूस का स्वागत किया गया।महंत और बड़ी मस्जिद के इमाम ने एक दूसरे को धार्मिक ग्रंथ प्रदान कर शुभकामनाएं दी।शोभायात्रा में विभिन्न अखाड़ों की ओर से मनमोहक झांकियां भी निकाली गई,जिसमे भारत माता,शिवलिंग के साथ शिव पार्वती की जोड़ी,राम दरबार,भगवान हनुमान सहित कई निकाली गई झांकियों को लोगों ने काफी सराहा।विभिन्न स्थानों पर शोभायात्रा में शामिल भक्तों पर पुष्पवर्षा किया गया।वहीं कई संस्थानों और संगठन एवं प्रतिष्ठान की ओर से स्टाल लगाकर फल-मिठाई,चॉकलेट,पेयजल,शर्बत पिलाया गया।शोभायात्रा में बड़ी संख्या में अश्वारोही दल के साथ लाठी-डंडा,तलवार-फरसा के साथ भक्त शामिल थे।
