Kathmandu Airport Lights Fail After Delhi Chaos: नेपाल के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट पर अंधेरा, उड़ानें ठप और यात्रियों में हड़कंप
काठमांडू, 9 नवंबर: नेपाल की राजधानी काठमांडू का त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा शनिवार शाम अचानक ठप पड़ गया जब रनवे की लाइटें एक झटके में बुझ गईं। बारिश से हुए शॉर्ट सर्किट ने पूरे एयरपोर्ट को अंधेरे में डुबो दिया, जिससे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोकनी पड़ीं। यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल रहा और कई फ्लाइट्स रद्द या देरी से चलीं। एयरपोर्ट प्राधिकरण ने मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन इस घटना ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि नेपाल के सबसे अहम एयरपोर्ट पर ऐसी तकनीकी चूक कैसे हुई? खास बात यह है कि दिल्ली एयरपोर्ट की गड़बड़ी के ठीक एक दिन बाद यह घटना हुई, जिससे क्षेत्रीय एविएशन नेटवर्क पर दोहरी चुनौती खड़ी हो गई है।
रनवे लाइटिंग सिस्टम में आई गंभीर तकनीकी खराबी
शनिवार शाम करीब 5:30 बजे त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट का रनवे अचानक अंधेरे में डूब गया। अधिकारियों के अनुसार, लगातार हो रही बारिश का पानी वायरिंग चैनलों में घुस गया, जिससे शॉर्ट सर्किट हुआ और रनवे की एयरफील्ड लाइटिंग सिस्टम फेल हो गई। घटना के तुरंत बाद एयरपोर्ट संचालन रोक दिया गया। प्रवक्ता रेंजी शेरपा ने बताया कि इंजीनियरिंग टीम ने आपात स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद ही उड़ानों की अनुमति दी जाएगी। इस दौरान यात्रियों और विमान स्टाफ को रनवे से दूर रखा गया ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
उड़ानों में देरी से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं
खराबी के कारण शाम की कम से कम पांच उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि कई अन्य को रोकना पड़ा। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों के संचालन पर असर पड़ा। यात्रियों को घंटों तक टर्मिनल में इंतजार करना पड़ा, वहीं एयरपोर्ट पर अव्यवस्था और भीड़ का माहौल बन गया। एयरलाइंस कंपनियों ने यात्रियों से धैर्य रखने की अपील की है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कुछ उड़ानों को नजदीकी एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट किया गया। मरम्मत कार्य की जानकारी लगातार दी जा रही है, लेकिन असुविधा झेल रहे यात्रियों में नाराज़गी स्पष्ट दिखी।
नेपाल के लिए त्रिभुवन एयरपोर्ट का महत्व और बढ़ती चुनौतियाँ
त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा नेपाल का सबसे बड़ा और एकमात्र प्रमुख अंतरराष्ट्रीय गेटवे है। यही देश के पर्यटन और व्यापारिक यात्राओं की रीढ़ माना जाता है। रोजाना यहां से सैकड़ों उड़ानें संचालित होती हैं। ऐसे में इसका ठप होना न सिर्फ यात्रियों बल्कि नेपाल की अर्थव्यवस्था के लिए भी चिंता का विषय है। दिल्ली एयरपोर्ट में आई तकनीकी दिक्कत के ठीक एक दिन बाद काठमांडू में यह समस्या सामने आने से पूरे क्षेत्रीय विमानन नेटवर्क की तैयारी पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं यह दिखाती हैं कि एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के रखरखाव और मौसमीय सुरक्षा पर और अधिक ध्यान देने की जरूरत है।