‘कुटुम्ब व्यवस्था मजबूत होगी तो समाज मजबूत होगा’

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सह बौद्धिक प्रमुख नरेंद्र जी ने कहा कि कुटुंब व्यवस्था मजबूत होगी तो समाज मजबूत होगा।
वे यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जोशीमठ के तत्वावधान में सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जोशीमठ के सभागार में परिवार प्रबोधन कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में परिवारों में विघटन हो रहा है, भौतिकता के युग में हम पश्चात संस्कृति को अपना रहे हैं और भारत की सनातन संस्कृति से हमारा ध्यान ओझल हो रहा है, यह स्थिति भारत जैसे आध्यात्मिक और प्राचीन देश के लिए स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने अपना खान-पान वेशभूषा एवं शिक्षा पश्चात संस्कृति पर आधारित अपना ली है, परिवारों के मुखिया- माता-पिता अपने बच्चों का प्रबोधन नहीं कर रहे हैं, जिस ओर हमें ध्यान देने की आवश्यकता है।
उनका कहना था कि भारत की कुटुंब व्यवस्था विश्व में अद्वितीय है, इस प्रकार की कुटुंब व्यवस्था विश्व के अंदर किसी भी संस्कृति में नहीं मिलती। यदि हम अपने बच्चों का प्रबोधन करेंगे अच्छे संस्कार व शिक्षा देंगे तो समाज की बहुत सारी बुराइयां स्वयं ही समाप्त हो जाएगी। उन्हाेंने कहा कि हमारी कुटुंब व्यवस्था मजबूत होगी तो समाज मजबूत होगा और जिस देश का समाज सबल होता है वह देश विश्व का नेतृत्व करता है।
उन्होंने कहा कि हम सब सनातनी और सनातन का अर्थ है, सदा बना रहे। हिन्दुत्व हमारी एक आदर्श जीवन पद्धति है जीवन में सद आचरण करना, सर्वे भवंतु सुखिन:की भावना रखना , वसुदेव कुटुंबकम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा केवल सनातन एवं हिन्दुत्व जीवन पद्धति से ही आ सकता है और यह संस्कार हमें परिवार से मिलता है।
इस अवसर पर नगर की भारी संख्या में मातृशक्ति प्रबुद्ध जनों के अलावा जिला संघचालक राजेंद्र पंत, जिला प्रचारक राहुल, विभाग प्रचार प्रमुख शंभू प्रसाद चमोला, नगर संघ चालक दाता राम मिश्रा, नगर कार्यवाह दर्वेश्वर थपलियाल, नगर बौद्धिक प्रमुख बद्री सिंह नेगी, नगर व्यवस्था प्रमुख दाताराम बर्थवाल, खंड कार्यवाह जगदंबा प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता माधव प्रसाद सेमवाल, सुभाष डिमरी, कृष्ण मणि थपलियाल, भगवती प्रसाद नंबूरी, ऋषि प्रसाद सती, किशोर पंवार आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
