जया बच्चन का भावुक किस्सा: ‘सोचो अभिषेक की लाश…’ ने तोड़ा दिल
3 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली: सिनेमा की चमक के पीछे छिपा है भावनाओं का तूफान। जया बच्चन की आंखों में वह दर्द आज भी ताजा है, जब ‘हजार चौरासी की मां’ के सेट पर उन्हें बेटे की लाश की कल्पना कर सीन देना पड़ा। अभिषेक बच्चन ने खुलासा किया कि डायरेक्टर गोविंद निहलानी की बात “सोचो अभिषेक लेटा है” ने जया को तोड़ दिया। मां का दिल घबरा गया, सीन वास्तविक हुआ, पर भावनाएं उफान पर। यह कहानी सितारों की उस दुनिया की है, जहां ग्लैमर के पीछे बलिदान छिपा है। आइए, इस मार्मिक किस्से की परतें खोलें।
सीन का सदमा: जया का मां वाला दिल टूटा
1998 की फिल्म ‘हजार चौरासी की मां’ में जया बच्चन ने एक ऐसी मां का रोल निभाया, जिसे अपने बेटे की लाश की पहचान करनी थी। अभिषेक, तब असिस्टेंट डायरेक्टर, ने ईटाइम्स को बताया, “मां बहुत परेशान थीं। सीन के लिए गोविंद निहलानी ने कहा, ‘कल्पना करो वहां अभिषेक लेटा है।'” यह सुन जया सन्न रह गईं। “यह कठोर था, लेकिन सीन को वास्तविक बनाने के लिए मां ने यही सोचा।” जया ने अपनी ममता को कुरेदकर वह दृश्य जीवंत किया, पर अंदर से टूट गईं। यह सीन दर्शकों के दिल में उतरा, लेकिन जया की भावनाओं की कीमत पर।
सितारों की मजबूरी: निर्देशक की कठपुतली
अभिषेक ने खुलासा किया कि सितारों को अपनी निजी भावनाओं को काम में लाना पड़ता है। “निर्देशक के हाथों में आप कठपुतली हो। मां को वह सीन करने के लिए अपनी भावनाओं को खोलना पड़ा।” जया ने बताया था, “मैं समझ नहीं पाई कि यह कैसे करूंगी।” गोविंद निहलानी का निर्देश कठोर था, पर सिनेमा में यही सच है—वास्तविकता के लिए निजी दर्द को कुरेदना पड़ता। जया का वह सीन आज भी सिनेमाई कला का नमूना है, लेकिन इसके पीछे उनकी ममता की चोट छिपी है। अभिषेक ने कहा, “सितारे दर्द सहकर दर्शकों का मनोरंजन करते हैं।”
अभिषेक का वर्कफ्रंट: स्क्रीन पर चमक, लेकिन चुनौतियां
अभिषेक बच्चन हाल ही में ‘आई वांट टू टॉक’, ‘बी हैप्पी’, ‘हाउसफुल 5’ और ‘कालिधर लापता’ में नजर आए, जिन्होंने दर्शकों का ध्यान खींचा। उनकी एक्टिंग को सराहना मिली, खासकर ‘आई वांट टू टॉक’ में संवेदनशील रोल के लिए। लेकिन सिनेमा की चमक के बीच चुनौतियां भी हैं। अभिषेक ने कहा, “हर रोल में भावनाएं डालनी पड़ती हैं, जैसे मां ने किया।” उनकी फिल्में दर्शकों को बांध रही हैं, पर वह सिखाते हैं कि सितारों का जीवन आसान नहीं। अभिषेक की यह कहानी मां-बेटे के रिश्ते को और गहरा करती है।
डीपफेक की जंग: बच्चन परिवार की कानूनी लड़ाई
अभिषेक और ऐश्वर्या राय बच्चन ने गूगल और यूट्यूब के खिलाफ 4 करोड़ का मुकदमा ठोका। आरोप: उनकी तस्वीरों और वीडियो का डीपफेक और अनधिकृत एआई कंटेंट में इस्तेमाल। यह कदम अमिताभ बच्चन, अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ की तर्ज पर है, जो अपनी पर्सनैलिटी राइट्स की रक्षा के लिए कोर्ट गए। अभिषेक ने कहा, “हमारी निजता की कीमत नहीं।” यह मुकदमा डिजिटल युग की चुनौतियों को उजागर करता है। बच्चन परिवार की यह लड़ाई न सिर्फ उनकी छवि, बल्कि सितारों के सम्मान की रक्षा का प्रतीक है। क्या यह सिनेमा की दुनिया को बदलेगा?
