चिंतन के साथ-साथ अच्छे कार्य में योगदान से बदलेगा बिहार: विकास वैभव
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कहा है कि बखरी से उनका भावनात्मक लगाव है। यहां के साहित्य और संस्कृति का अलग ही महत्व है। श्री विश्वबंधु पुस्तकालय, बड़ी दुर्गा मंदिर एवं सलौना ठाकुरबाड़ी से वो प्रेरित होते हैं। बहुरा मामा की धरती पर यहां यह तीनों अद्भुत है।
श्री विश्वबंधु पुस्तकालय में आयोजित युवा संवाद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक चिंतन के साथ-साथ अच्छे कार्य में योगदान नहीं होगा, तब तक हम अपने बिहार को बदलते बिहार में तब्दील नहीं कर पायेंगे। इसलिए सपना को साकार करने के लिए आइये मिलकर प्रेरित करें। बिहार के सोच को अपनाना होगा। तभी हम सभी बिहार के गौरवशाली प्राचीन इतिहास को बचाते हुए विकसित बिहार बना सकेंगे।
लेट्स इंस्पायर बिहार मुहिम से जुड़ने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक इस मुहिम से 60 हजार लोग जुड़ चुके है। आगे इसे 60 लाख लोगो तक ले जाना है। विकसित बिहार, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार को लेकर प्रत्येक जिले में यह मुहिम चल रही है। दस दिसम्बर को बेगूसराय में बिहार विजन का एक बड़ा कार्यक्रम भी आयोजित है। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने शिक्षा से जुड़े अपने सवाल भी पूछे। जिसमें विकास वैभव ने बच्चों को मार्गदर्शित किया गया।
मंच संचालन अनुभव आनंद एवं स्वागत गीत सरस्वती शिशु मंदिर के छात्राओं ने प्रस्तुत किया। संवाद के लिए बखरी पहुंचे विकास वैभव का आंबेडकर चौक पर सैकड़ो युवाओं ने स्वागत किया। जहां उन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद श्री विश्वबंधु पुस्तकालय पहुंचे तथा उन्होंने पुस्तकालय का भ्रमण कर पुस्तकों के संबंध में जानकारी ली। पुस्तकालय के सचिव पवन सुमन एवं सह सचिव प्रिंस परमार ने अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
इसके बाद सभागार में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ विकास वैभव, मनोरंजन वर्मा, प्रभाकर राय, अशोक प्रियदर्शी, ई. मृणाल कश्यप एवं मनीष कुमार ने किया। युवा संवाद के बाद विकास वैभव पुरानी दुर्गा मंदिर पहुंचे। जहां मंदिर कमिटी के अध्यक्ष रत्नेश्वर प्रसाद सिंह एवं सचिव तारानंद सिंह ने उन्हें माता का प्रतीक चिन्ह एवं चुनरी भेंट कर सम्मानित किया।





