iPhone: बिना नेटवर्क भी भेज सकेंगे मैसेज! आईफोन में आ रहा है नया सैटेलाइट फीचर, जानिए कैसे करेगा काम
सैटेलाइट फीचर का सफर और नई शुरुआत
एप्पल ने 2022 में iPhone 14 सीरीज के साथ सैटेलाइट टेक्नोलॉजी की शुरुआत की थी, जब इमरजेंसी SOS via Satellite लॉन्च हुआ। यह फीचर उन इलाकों में जान बचाने वाला साबित हुआ जहां मोबाइल नेटवर्क गायब था—जैसे जंगलों, पहाड़ों या आपदा प्रभावित क्षेत्रों में। यूजर्स सैटेलाइट से इमरजेंसी सेवाओं को मैसेज भेज सकते थे, बिना फोन को आसमान की ओर घुमाए। बाद में iOS 17 में रोडसाइड असिस्टेंस जोड़ा गया, जो वाहन खराबी पर तुरंत मदद बुलाता। अब, iOS 18 के साथ Messages via Satellite आया, जो दोस्तों-परिवार को टेक्स्ट भेजने की सुविधा देता है। लेकिन कंपनी रुकने वाली नहीं—ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट्स के मुताबिक, एप्पल अब इसे और विस्तार दे रही है। ग्लोबलस्टार के साथ पार्टनरशिप मजबूत हो रही है, ताकि सैटेलाइट नेटवर्क अपग्रेड हो। यह फीचर फ्री रहेगा, लेकिन क्या यह सिर्फ इमरजेंसी तक सीमित रहेगा? आने वाले अपडेट्स में और ज्यादा संभावनाएं खुलेंगी, जो iPhone को ट्रूली ‘कहीं भी कनेक्टेड’ बनाएंगी।
नया फीचर कैसे बदलेगा मैसेजिंग और नेविगेशन
कल्पना कीजिए, आप हाइकिंग पर हैं और नेटवर्क जीरो है, फिर भी Apple Maps ओपन करके रास्ता ढूंढ सकते हैं। एप्पल का नया सैटेलाइट फ्रेमवर्क ठीक यही संभव बनाएगा—ऑफलाइन मैप्स via सैटेलाइट, जहां सेलुलर या वाई-फाई की जरूरत नहीं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह फीचर iPhone 16 और उसके बाद के मॉडल्स में आएगा, जो GPS को सैटेलाइट से जोड़कर रीयल-टाइम नेविगेशन देगा। इसी तरह, Messages ऐप में फोटोज शेयरिंग की सुविधा जुड़ेगी—टेक्स्ट के साथ इमेज भेजें, बिना नेटवर्क के। अभी SOS और बेसिक टेक्स्ट सीमित हैं, लेकिन नई तकनीक ‘नैचुरल यूजेज’ लाएगी, जहां फोन को पॉइंट करने की जरूरत नहीं। पॉकेट या कार में रखा iPhone खुद सैटेलाइट से कनेक्ट हो जाएगा, भले ही हल्की बाधा हो। थर्ड-पार्टी ऐप्स के लिए API भी डेवलप हो रहा है, ताकि ट्रैवल या हेल्थ ऐप्स सैटेलाइट सपोर्ट करें। ग्लोबलस्टार की इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड के लिए एप्पल फंडिंग कर रही है, जो कवरेज को दोगुना करेगा। लेकिन क्या यह स्पीड और बैंडविड्थ को हैंडल कर पाएगा? टेस्टिंग में यह वादा कर रहा है कि मैसेज 1 मिनट में भेजे जाएंगे।
5G NTN का कमाल और भविष्य की कनेक्टिविटी
एप्पल का असली गेम-चेंजर है 5G NTN (नॉन-टेरेस्ट्रियल नेटवर्क), जो iPhone 18 सीरीज में डेब्यू करेगा। यह टेक्नोलॉजी मोबाइल टावर्स को सैटेलाइट्स से जोड़ेगी, जिससे कवरेज शहरों से आगे पहाड़ों, समुद्र या जंगलों तक फैलेगा। नेटवर्क स्विचिंग स्मूथ होगी—जैसे ही सेलुलर कमजोर पड़े, सैटेलाइट ऑटोमैटिकली ले लेगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फीचर फ्री बेसिक सर्विसेज देगा, लेकिन एडवांस्ड यूज (जैसे वॉइस कॉल्स) के लिए कैरियर्स से पेमेंट हो सकता है। एप्पल का फोकस यूजर सेफ्टी पर है—नेचुरल डिजास्टर्स या एडवेंचर्स में कनेक्टेड रहना। स्पेसएक्स जैसी कंपनियों से कॉम्पिटिशन बढ़ रहा है, लेकिन एप्पल की प्राइवेसी-फोकस्ड अप्रोच इसे अलग बनाएगी। क्या वॉइस/वीडियो कॉल्स जल्द आएंगे? अभी नहीं, लेकिन मेसेजिंग और मैप्स से शुरूआत मजबूत है। आने वाले सालों में iPhone सैटेलाइट को ‘डिफॉल्ट कनेक्टिविटी’ बना सकता है, जो ग्लोबल ट्रैवलर्स के लिए वरदान होगा। एप्पल के इस कदम से स्मार्टफोन इंडस्ट्री में नया स्टैंडर्ड सेट होगा।