• December 25, 2025

सोने की चमक हुई फीकी: खरीदारों के लिए राहत

सोना और चांदी हमेशा से भारतीय निवेशकों और परिवारों के लिए निवेश का सबसे भरोसेमंद विकल्प रहे हैं। लेकिन आज सर्राफा बाजार से जो आंकड़े सामने आए हैं, उन्होंने विशेषज्ञों और खरीदारों दोनों को चौंका दिया है। बुधवार को बाजार खुलते ही सोने की कीमतों में नरमी देखी गई, वहीं चांदी ने एक नया इतिहास रचते हुए 2 लाख रुपये के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया है।

वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव और डॉलर की मजबूती के बीच आज भारतीय सर्राफा बाजार में सोने के दाम में गिरावट दर्ज की गई है। पिछले कुछ दिनों से रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहने के बाद, आज की गिरावट उन लोगों के लिए एक अवसर की तरह है जो शादी-ब्याह के सीजन के लिए खरीदारी की योजना बना रहे थे।

बाजार जानकारों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की मांग में आई मामूली कमी और निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली (Profit Booking) करने के कारण कीमतों में यह गिरावट देखी जा रही है। हालांकि, यह गिरावट कितनी स्थायी होगी, इस पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

चांदी में ऐतिहासिक उछाल: 2,06,111 के पार पहुंची कीमतें

सोने की सुस्ती के ठीक उलट, चांदी के बाजार में आज ‘तूफान’ देखने को मिला। चांदी की कीमतों में भारी उछाल आया है और यह ₹2,06,111 प्रति किलोग्राम के चौंकाने वाले स्तर पर पहुंच गई है। चांदी की कीमतों में इस तरह का उछाल पहले कभी नहीं देखा गया।

चांदी के दाम बढ़ने के मुख्य कारण:

  • औद्योगिक मांग: इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर पैनल निर्माण में चांदी का बड़े पैमाने पर उपयोग हो रहा है, जिससे इसकी वैश्विक मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है।

  • सप्लाई चेन में बाधा: प्रमुख उत्पादक देशों से आपूर्ति कम होने के कारण घरेलू बाजार में चांदी की कमी महसूस की जा रही है।

  • सुरक्षित निवेश: सोने में अस्थिरता को देखते हुए कई बड़े निवेशक अब चांदी की ओर रुख कर रहे हैं, जिसे ‘गरीबों का सोना’ कहा जाता था, लेकिन अब यह अमीरों की पहली पसंद बनता जा रहा है।

निवेशकों और आम जनता पर असर

सोने और चांदी के दामों में आ रहे इस भारी अंतर ने निवेशकों को दोराहे पर खड़ा कर दिया है। जहाँ सोने में निवेश करने वाले लोग कीमतों के और नीचे आने का इंतजार कर रहे हैं, वहीं चांदी के निवेशकों को भारी मुनाफा हो रहा है।

खुदरा बाजार में आभूषण विक्रेताओं का कहना है कि चांदी की कीमतों में इस ऐतिहासिक वृद्धि के कारण चांदी के सिक्कों और बर्तनों की बिक्री पर असर पड़ सकता है। मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए अब चांदी खरीदना भी एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।

एक्सपर्ट की राय: क्या करें निवेशक?

बाजार विश्लेषकों का सुझाव है कि मौजूदा समय में बाजार बहुत अधिक अस्थिर (Volatile) है। सोने में आई गिरावट को ‘बाय ऑन डिप’ (गिरावट पर खरीदारी) के अवसर के रूप में देखा जा सकता है। वहीं, चांदी की कीमतों में इस स्तर पर नई खरीदारी करने से पहले थोड़ा इंतजार करना समझदारी हो सकती है, क्योंकि इतनी बड़ी तेजी के बाद बाजार में सुधार (Correction) की संभावना बनी रहती है।

आज का बाजार पूरी तरह से चांदी के नाम रहा। सोने की मामूली गिरावट के शोर के बीच चांदी की ₹2,06,111 की कीमत ने हेडलाइंस बटोर ली हैं। आने वाले दिनों में देखना होगा कि क्या चांदी अपनी इस बढ़त को बरकरार रख पाती है या सोना फिर से अपनी चमक बिखेरता है।

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