साइबर ठगी मामले में गिरफ्तार आरोपी की हुई मौत, होगी मैजिस्ट्रेट जांच
साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार आरोपी शैकुल की तबीयत बिगडऩे की वजह से मृत्यु हो गई। इस मामले में मैजिस्ट्रेट द्वारा जांच की जाएगी। डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा मृतक आरोपी शैकुल का पोस्टमार्टम किया जाएगा। मृतक शैकुल खान अलवर, टिकरी गांव का रहने वाला था। पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने रविवार को बताया कि मृतक आरोपी व उसके साथियों ने प्लॉट बेचने के नाम पर फरीदाबाद निवासी सुब्रत के साथ करीब 1.90 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था।
पीडि़त की शिकायत पर 13 जुलाई को आरोपियों के खिलाफ साइबर ठगी/ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत साइबर थाना एनआईटी में मुकदमा नंबर 29 दर्ज किया गया था। आरोपी नरेंद्र, धर्मेंद्र, साबिर, अली मोहम्मद व शैकुल की मामले में संलिप्तता पाए जाने पर उन्हें 20 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था और कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत आरोपियों की मेडिकल जांच कराई गई थी। गिरफ्तारी की सूचना आरोपियों के परिजन को दी गई थी। सूचना पर सरपंच ताहिर दो-तीन अन्य लोगों के साथ आरोपियों से मिलने थाने आया था। आरोपियों को 21 जुलाई को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया था। इस दौरान आरोपी शैकुल ने कहा कि मुझे कमजोरी महसूस हो रही है तथा सांस लेने में दिक्कत है। जिस पर उसे तुरंत बीके हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसको आवश्यक दवाइयां लेने को कहा। साथ ही कहा कि एडमिट करने की आवश्यकता नहीं है दवाई से ठीक हो जाएगा।
मृतक आरोपी ने 22 जुलाई को कहा कि उसे कमजोरी लग रही है। उसे बीके हॉस्पिटल लेकर गए। इलाज के पश्चात उसे फिर से वापस भेज दिया। इसी क्रम में रविवार की सुबह आरोपी शैकुल को अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान अस्पताल में आरोपी की मृत्यु हो गई। आरोपी की मृत्यु के बारे में पुलिस के उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया। कानूनी प्रक्रिया के तहत मजिस्ट्रेट को सूचित किया गया है। अब मामले की जांच ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट द्वारा की जाएगी । न्यायालय द्वारा जुडिशल मजिस्ट्रेट आकृति वर्मा को मामले की जांच के लिए नियुक्त किया गया है। आकृति वर्मा जेएमआईसी मामले की जांच करेंगी। मैजिस्ट्रेट जांच के उपरांत आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।