डीआरसीसी कर्मी गए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, सभी कार्य प्रभावित

बिहार विकास मिशन प्रबंधन द्वारा डीआरसीसी के कर्मी एसडब्लूओ और एमपीए को लिखित में दिए गए आश्वासन को पूरा नहीं करने के विरोध में मंगलवार से डीआरसीसी के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके कारण वहां सेवाएं ठप हो गई है।
हड़ताल पर बैठे जिलाध्यक्ष जयंत श्रीवास्तव ने कहा कि हम लोगों ने मार्च 2023 में भी अपनी मांगो को लेकर हड़ताल किया था। उस समय बिहार विकास मिशन प्रबंधन पटना के तत्कालीन मुख्य महाप्रबंधक मिथलेश मिश्रा द्वारा एसडब्लूओ एवं एमपीए संघ के प्रदेश अध्यक्ष आकाश सिंह के साथ कई बिंदुओं पर लिखित समझौता कर पांचवे दिन हड़ताल स्थगित करवाया गया था।
मुख्य महाप्रबंधक द्वारा सभी मांगों को पूरा करने की बात कही गई थी। लेकिन कुछ ही दिनों बाद मिथलेश मिश्रा का स्थानांतरण दूसरे विभाग में कर दिया गया और डीआरसीसी के कर्मियों की मांगों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। मांगों को पूरा करने के बदले विभाग द्वारा एक नया आदेश जारी कर सभी कर्मियों के वेतन में प्रत्येक वर्ष होने वाले वृद्धि पर भी रोक लगा दी गई है।
जिससे हम सभी कर्मी हतोत्साहित हो गए हैं। डीआरसीसी में कार्यरत एसडब्लूओ एवं एमपीए बिहार के छात्र-छात्राओं का भविष्य संवारने में जुटे हैं। लेकिन खुद अपने भविष्य के लिए चिंतित रहते हैं। हमारे साथ कब क्या होगा इसी भय से सहमे रहते हैं। हम अल्प वेतन भोगी कर्मियों को अपने घर से दो सौ से पांच सौ के दूरी पर स्थानांतरण किया गया है।
जबकि, बिहार सरकार की सबसे महत्वाकांशी योजना बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं के भविष्य सवारने का कार्य 2016 से ही कर रहे हैं। ईमानदारी और निष्ठा से कार्य करने के बाद भी विभाग द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा हैं। जिसके कारण मजबूर होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा।
