• November 14, 2025

Double M Magic Wins Bihar: नीतीश का महिला दांव चला, तेजस्वी का मुस्लिम बैंक फेल – एनडीए को 200 पार!

पटना (Patna) में आज बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। 243 सीटों पर वोट गिनती के रुझानों में एनडीए (NDA) ने 200 से अधिक सीटों पर बढ़त बना ली है, जबकि महागठबंधन (Mahagathbandhan) 40 से नीचे सिमट गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का ‘एम’ फैक्टर – महिला वोट बैंक – साबित हो गया है। शराबबंदी से शुरू हुई यह रणनीति अब मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से चरम पर पहुंची, जहां परिवार की महिलाओं को 10 हजार रुपये की मदद दी गई। क्या भाजपा (BJP) के फॉर्मूले को पीछे छोड़ दिया नीतीश ने? तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का मुस्लिम वोट भी छिटक गया। एनडीए की बंपर जीत में यह ‘T-M = N+M’ फॉर्मूला कैसे काम आया? तो चलिए जानते हैं पूरा मामला क्या है, विस्तार से…

बिहार चुनाव की पृष्ठभूमि: डबल इंजन की परीक्षा

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के लंबे शासन की कसौटी माना जा रहा था। 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में हुए मतदान में 66.91 प्रतिशत वोट पड़े, जो 2020 से 9.62 प्रतिशत अधिक था। एनडीए ने विकास, सुशासन और केंद्र की योजनाओं पर दांव लगाया, जबकि महागठबंधन ने जातिगत समीकरण और युवा रोजगार पर जोर दिया। एग्जिट पोल्स ने एनडीए को 121-167 सीटें दी थीं, लेकिन रुझान इससे कहीं आगे हैं। महिलाओं का मतदान पुरुषों से अधिक रहा, जो पिछले कई चुनावों का ट्रेंड है। नीतीश की शराबबंदी नीति ने महिलाओं को सशक्त बनाया, और इस बार मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना ने उन्हें सीधे आर्थिक मदद दी। भाजपा (BJP) ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) जैसे राज्यों के फॉर्मूले को बिहार में दोहराया, लेकिन नीतीश ने इसे और आक्रामक बनाया। यह चुनाव न केवल स्थानीय मुद्दों पर लड़ा गया, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति की दिशा भी तय कर रहा था।

मुख्य घटनाक्रम: महिला वोट ने पलटा मैच, एनडीए को बंपर बहुमत

गिनती शुरू होते ही एनडीए ने धुंआधार बढ़त बना ली। चुनाव आयोग (Election Commission) के रुझानों में भाजपा (BJP) 88-95 सीटों पर, जनता दल यूनाइटेड (JDU) 77-84 पर, लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) 20-21 पर, हम (HAM) 4-5 पर और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) 4 पर आगे है। कुल मिलाकर एनडीए 196-208 सीटों पर लीड कर रहा, जो 2010 के 206 से बेहतर है। दूसरी ओर, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) 24-59, कांग्रेस (Congress) 2-14 और अन्य पर सिमट गए। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का रघोपुर (Raghopur) सीट पर संघर्ष जारी है, जहां वे कभी आगे तो कभी पीछे। नीतीश का ‘एम’ फैक्टर – महिला – निर्णायक साबित हुआ। 10 हजार रुपये की एकमुश्त मदद और आगे 2 लाख तक का वादा ने महिलाओं को बांध लिया। एग्जिट पोल्स के मुताबिक, 45 प्रतिशत महिलाओं ने एनडीए को वोट दिया। इससे आरजेडी (RJD) का मुस्लिम वोट बैंक भी कमजोर पड़ा, कुछ सीटों पर जेडीयू (JDU) के खाते में गया। यह ‘T-M = N+M’ फॉर्मूला तेजस्वी के सपनों पर भारी पड़ा।

नेताओं के बयान और प्रतिक्रियाएं: मोदी का आभार, तेजस्वी का झटका

नतीजों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ट्वीट कर कहा, “बिहार की जनता ने सुशासन को चुना, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और सहयोगियों को धन्यवाद।” अमित शाह (Amit Shah) ने ‘प्रचंड जीत’ बताते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधा, “SIR गेम बेनकाब हो गया।” लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने नीतीश को सीएम बनाने का समर्थन किया। जेडीयू (JDU) नेता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने कहा, “तेजस्वी (Tejashwi Yadav) का बयान उनके सीट पर ही लागू होता है।” विपक्ष में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चुनाव आयोग (Election Commission) पर सवाल उठाए, जबकि डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ने महागठबंधन (Mahagathbandhan) के लिए नई रणनीति की बात की। एआईएमआईएम (AIMIM) के वारीस पठान (Waris Pathan) ने आरजेडी (RJD) की ‘अहंकार’ को जिम्मेदार ठहराया। एनडीए कार्यालयों में जश्न छाया, जबकि आरजेडी (RJD) मुख्यालय उदास। विशेषज्ञों ने महिला वोट को ‘गेम चेंजर’ बताया।

वर्तमान स्थिति: सरकार गठन की राह, नीतीश का पांचवां कार्यकाल

गिनती पूरी होते ही एनडीए बहुमत के साथ सरकार बनाने की तैयारी में जुट गया। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का पांचवां सीएम कार्यकाल तय माना जा रहा, जो बिहार का रिकॉर्ड होगा। भाजपा (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनेगी, लेकिन जेडीयू (JDU) की भूमिका अहम रहेगी। महागठबंधन (Mahagathbandhan) की हार से तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का सीएम बनने का सपना टूटा, और कांग्रेस (Congress) की स्थिति और कमजोर हुई। आगे की कार्रवाई में शपथ ग्रहण समारोह पर नजरें, जहां पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के शामिल होने की संभावना है। एनडीए ने महिलाओं के लिए नई योजनाओं का वादा किया, जबकि विपक्ष जांच की मांग कर सकता है। प्राशांत किशोर (Prashant Kishor) की जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) फ्लॉप रही। यह जीत बिहार को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकेत देती है।
Digiqole Ad

Rama Niwash Pandey

https://ataltv.com/

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *