बस्ती इलाकों में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक काम करना चाहती हैं डॉ हेडगेवार मेमोरियल सोसायटी

डॉ. हेडगेवार मेमोरियल सोसायटी आने वाले दिनों में बस्ती इलाकों में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक काम करना चाहती है। कोलकाता के केशव भवन में डाॅ. हेडगेवार मेमोरियल सोसायटी की बैठक शनिवार शाम हुई। संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ. जयन्त रॉय ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डॉ. हेगेवार मेमोरियल एसोसिएशन की स्थापना के बारे में बोलते हुए रॉय ने कहा कि केशव बोलिराम हेडगेवार ने समाज निर्माण और भारत को उसकी पूर्ण गरिमा दिलाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना की। 1983 में आरएसएस से प्रेरित होकर डाॅ. हेडगेवार मेमोरियल सोसायटी की स्थापना की गई।
संगठन की 43वीं वार्षिक आम बैठक कोलकाता के केशव भवन में आयोजित की गई। बैठक के अंत में प्रेस वार्ता में डाॅ. जयन्त राय ने संगठन के वर्ष भर के कार्यों का विवरण देते हुए बताया कि मेमोरियल सोसाइटी होम्योपैथी चैरिटी हॉस्पिटल, रक्तदान शिविर, चिकित्सा शिविर, पुस्तकालय, बस्ती क्षेत्रों में सेवा कार्य, बाल सुधार केंद्र, योग अभ्यास केंद्र चलाती है। इसके अलावा भारतीय चिंतन की विषय आधारित व्याख्या का आयोजन किया जाता है।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर जी के जीवन और विचारों को बढ़ावा देने के लिए एसोसिएशन ने डॉक्टर जी की जीवनी प्रकाशित की है। इसका वितरण मेमोरियल सोसायटी द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त और 26 जनवरी को देश का राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ ही भारत माता की पूजा की जाती है। विभिन्न सामाजिक संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके साथ ही देशभक्ति गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।
जयंत ने कहा कि संगठन ने आने वाले दिनों में बस्ती क्षेत्र में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक काम करने का निर्णय लिया है।बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में स्वस्तिका के संपादक तिलक रंजन बेरा उपस्थित थे। साथ ही संघ के पूर्वी क्षेत्र के संघ चालक अजय नंदी और संगठन के अन्य जिम्मेदार पदाधिकारियों ने भी कार्यक्रम की सफलता में मुख्य भूमिका निभाई।
