दिल्ली: पुलिस वैन की चपेट में आया चायवाला, दर्दनाक मौत; दो पुलिसकर्मी सस्पेंड
नई दिल्ली, 18 सितंबर 2025। राजधानी दिल्ली के रामकृष्ण आश्रम मेट्रो स्टेशन के पास आज सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। दिल्ली पुलिस की एक पीसीआर वैन ने सड़क किनारे खड़ी एक चाय की दुकान में घुसते हुए एक व्यक्ति को कुचल दिया। इस हादसे में उस व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद दो पुलिसकर्मियों को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि यह एक दुर्घटना थी, लेकिन स्थानीय लोगों में गुस्सा फैल गया है।यह हादसा सुबह करीब 5 बजे थाना मंदिर मार्ग इलाके में हुआ। रामकृष्ण आश्रम मेट्रो स्टेशन के नजदीक सड़क किनारे एक छोटी सी चाय की दुकान लगी हुई थी। वहां चाय बेचने वाला एक शख्स अपनी रोज की जिंदगी बिता रहा था। तभी दिल्ली पुलिस की पीसीआर वैन, जो इलाके में गश्त कर रही थी, अचानक अनियंत्रित हो गई। वैन के ड्राइवर ने गलती से ब्रेक की जगह एक्सीलेटर दबा दिया। इससे वैन तेजी से सड़क के किनारे बने रैंप पर चढ़ गई और चाय की दुकान में जा घुसी। चायवाले को वैन के पहियों तले कुचल लिया गया।
वह चिल्ला भी न पाया और मौके पर ही दम तोड़ दिया।चश्मदीदों ने बताया कि सुबह का समय था, सड़क पर लोग मेट्रो स्टेशन की ओर जा रहे थे। चाय की दुकान पर कुछ लोग चाय पी रहे थे। अचानक वैन की आवाज सुनाई दी और देखते ही देखते वह दुकान पर चढ़ गई। एक चश्मदीद, जिनका नाम विशाल है, ने कहा, “मैं पास ही खड़ा था। वैन आ रही थी, लेकिन ड्राइवर ने कंट्रोल खो दिया। चायवाला भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वैन ने उसे रौंद दिया।” हादसे के बाद सड़क पर चीख-पुकार मच गई। लोग दौड़कर आए और घायल को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई। क्राइम टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया। मृतक का शव नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा ताकि मौत के सटीक कारण का पता चल सके। पुलिस अभी मृतक की पहचान करने की कोशिश कर रही है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, वह इलाके का ही रहने वाला था और चाय बेचकर गुजारा करता था। उसके परिवार के सदस्यों को खबर दी जा रही है।दिल्ली पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की। पीसीआर वैन में सवार दो पुलिसकर्मी – एक एएसआई और एक कांस्टेबल – को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार, ड्राइवर ने गलती से एक्सीलेटर दबा दिया था, जिससे यह हादसा हुआ। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। उनकी मेडिकल जांच भी कराई जाएगी ताकि पता चल सके कि क्या वे नशे में थे या नहीं। नई दिल्ली जिले के एडिशनल डीसीपी हुकमा राम ने कहा, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना है। हम कानून के अनुसार पूरी कार्रवाई कर रहे हैं। मृतक के परिवार को हर संभव मदद और मुआवजा दिया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।”हालांकि, स्थानीय लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। हादसे के बाद सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। एक रिश्तेदार, सुनील पांडे ने कहा, “पुलिस वाले शराब पीकर गाड़ी चला रहे थे। घटना के बाद हमने देखा कि वैन से शराब की बोतलें निकाल रहे थे। जब हमने मना किया तो उन्होंने बंदूक तान दी।” लोगों ने सड़क जाम कर दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। स्थिति बिगड़ती देख इंडो-तिब्बती बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) को बुलाना पड़ा। आखिरकार, पुलिस ने आश्वासन दिया कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी, तब जाकर लोग शांत हुए।
यह घटना दिल्ली की सड़कों पर बढ़ते हादसों को लेकर सवाल खड़े कर रही है। हाल ही में BMW कार के हादसे ने भी राजधानी को हिला दिया था।
विशेषज्ञों का कहना है कि ड्राइविंग में लापरवाही और तेज रफ्तार ही इन हादसों का मुख्य कारण है। दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करें। साथ ही, पुलिसकर्मियों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।मृतक के परिवार का क्या होगा? पुलिस ने कहा है कि उन्हें मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन परिवार अभी सदमे में है। एक पड़ोसी ने बताया, “वह गरीब परिवार से था। चाय बेचकर ही घर चलाता था। अब उसके बच्चे और पत्नी क्या करेंगे?” समाजसेवी संगठन भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं।इस हादसे ने एक बार फिर पुलिस की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं। पीसीआर वैन जैसी इमरजेंसी गाड़ियां लोगों की जान बचाने के लिए होती हैं, लेकिन यहां खुद मौत बनकर आ गईं। जांच पूरी होने के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल, इलाके में तनाव बना हुआ है। पुलिस ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
