• December 3, 2025

Cyclone Ditwah LIVE Alert: तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में भीषण बारिश शुरू, आज तट से टकराएगा चक्रवात ‘दित्वाह’!

Cyclone Ditwah LIVE Alert: बंगाल की खाड़ी में उठा भीषण चक्रवाती तूफान ‘दित्वाह’ (Cyclone Ditwah) अब भारत के तटीय राज्यों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी-IMD) ने चेतावनी दी है कि यह तूफान आज, 30 नवंबर (November) की दोपहर या शाम तक तमिलनाडु (Tamil Nadu) और पुडुचेरी (Puducherry) के तटों के बेहद करीब पहुंचेगा। इससे पहले, यह चक्रवात श्रीलंका (Sri Lanka) में भारी तबाही मचा चुका है, जहाँ समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, कम से कम 153 लोगों की मौत हुई है और लगभग 191 लोग लापता बताए जा रहे हैं। भारत में इस चक्रवात का असर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के तटीय जिलों में भीषण बारिश के रूप में दिखना शुरू हो गया है। सरकार ने सभी विभागों को समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया है, जबकि एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें बचाव कार्य के लिए तैनात की गई हैं। तो चलिए जानते हैं पूरी खबर क्या है, जानते हैं विस्तार से…

चक्रवात ‘दित्वाह’ की वर्तमान स्थिति और गति

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी-IMD) के नवीनतम अपडेट के अनुसार, चक्रवाती तूफान ‘दित्वाह’ (Ditwah) पिछले छह घंटों के दौरान 5 किमी प्रति घंटे की धीमी गति से लगभग उत्तर की ओर बढ़ा है। 29 नवंबर की देर रात तक यह दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के पास केंद्रित था। रविवार, 30 नवंबर को जारी बुलेटिन के अनुसार, चक्रवात वर्तमान में  कराईकल (Karaikal) से लगभग 80 किमी पूर्व, पुडुचेरी (Puducherry) से 160 किमी दक्षिण-पूर्व और चेन्नई (Chennai) से 250 किमी दक्षिण में स्थित है। आईएमडी ने पूर्वानुमान लगाया है कि यह अगले 24 घंटों में उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों के समानांतर उत्तर की ओर बढ़ेगा, और आज दोपहर या शाम तक तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों से क्रमशः 60 किमी और 30 किमी की न्यूनतम दूरी पर केंद्रित हो जाएगा। ‘दित्वाह’ नाम यमन (Yemen) द्वारा सुझाया गया है, जिसका अर्थ है ‘लैगून’

श्रीलंका में भीषण तबाही, 200 लोगों की मौत की खबर

चक्रवात ‘दित्वाह’ (Ditwah) ने भारत की ओर बढ़ने से पहले पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) में भारी तबाही मचाई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स और अन्य अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवात के कारण हुई भारी बारिश और भूस्खलन (Landslide) के चलते द्वीप के पूरे इलाके में बाढ़ (Flooding) आ गई। इस प्राकृतिक आपदा में लगभग 200 लोगों के मारे जाने की सूचना है, जबकि दर्जनों अन्य अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। राजधानी कोलंबो (Colombo) सहित पूरे इलाके में स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस बीच, कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) भी श्रीलंका में फंसे भारतीय यात्रियों (Indian Passengers) की सहायता के लिए सक्रिय हो गया है और उन्हें सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रहा है। श्रीलंका में हुई व्यापक क्षति के बाद, भारत में तटीय क्षेत्रों को लेकर हाई अलर्ट (High Alert) जारी कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री स्टालिन के निर्देश और तटीय जिलों में तैयारी

चक्रवात ‘दित्वाह’ (Ditwah) के खतरे को देखते हुए, तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन (CM M.K. Stalin) ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी संबंधित विभागों को आपदा तैयारियों के लिए समन्वय (Coordination) स्थापित करने का निर्देश दिया है। राजस्व (Revenue), पुलिस, मत्स्य पालन (Fisheries), स्वास्थ्य (Health) और स्थानीय निकाय (Local Bodies) जैसे प्रमुख विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। तटीय और आस-पास के जिलों में बहुत भारी बारिश (Very Heavy Rainfall) का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। विशेष रूप से विल्लुपुरम (Villupuram), कुड्डालोर (Cuddalore), नागपट्टिनम (Nagapattinam), तिरुवरूर (Tiruvarur), तंजावुर (Thanjavur) और पुदुक्कोट्टई (Pudukkottai) जैसे जिलों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया गया है। लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और मछुआरों को समुद्र में न जाने की अपील की गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

नेल्लोर में NDRF की तैनाती और आगे की कार्रवाई

चक्रवात ‘दित्वाह’ (Ditwah) के संभावित खतरे के मद्देनजर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ-NDRF) को दक्षिण भारतीय राज्यों में तैनात कर दिया गया है। एनडीआरएफ की 10वीं बटालियन (10th Battalion) की एक विशेष टीम को नेल्लोर (Nellore), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में एहतियाती उपाय के तौर पर तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के सहायक कमांडर पवन (Commander Pawan) ने पुष्टि की है कि इस टीम में कुल 30 बचावकर्मी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उनकी टीम जिला और राज्य प्रशासन (State Administration) के साथ लगातार संपर्क में है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। हालांकि, कमांडर पवन ने यह भी कहा कि इस चक्रवात के कारण अभी तक किसी भी प्रकार का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। आगे की कार्रवाई में, तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालने, राहत शिविर स्थापित करने और तूफान के गुजरने के बाद क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में सहायता प्रदान करने की योजना है।

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Rama Niwash Pandey

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