यूपी में धार्मिक आयोजन पर विवाद: हापुड़ में पथराव और तनाव की आग
हापुड़, 5 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में शनिवार देर शाम एक धार्मिक आयोजन के दौरान मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। दो समुदायों के बीच कहासुनी से शुरू हुई यह घटना जल्द ही पथराव और मारपीट में बदल गई, जिससे इलाके में भारी तनाव फैल गया। स्थानीय पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचना पड़ा, लेकिन स्थिति इतनी नाजुक हो चुकी थी कि पुलिस की मौजूदगी में भी दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। महिलाओं की चीख-पुकार और ग्रामीणों का आक्रोश देखकर पुलिस ने कई थानों से फोर्स बुलाई और भारी तैनाती की। क्या यह सिर्फ एक छोटी-सी बहस थी, या इसके पीछे कोई गहरी नाराजगी? एक दबंग व्यक्ति पर युवक की पिटाई का आरोप है, जिसने आग में घी डालने का काम किया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि ऐसे विवाद कैसे बढ़ जाते हैं। पूरी घटना की परतें खोलते हैं आगे।
विवाद की शुरुआत
हापुड़ के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र में शनिवार शाम एक धार्मिक आयोजन चल रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि सब कुछ शांतिपूर्ण था, लेकिन अचानक एक दबंग व्यक्ति ने एक युवक से मामूली बात पर विवाद कर लिया। देखते ही देखते यह कहासुनी मारपीट में बदल गई। आरोपी, जो हिस्ट्रीशीटर के रूप में जाना जाता है, ने कथित तौर पर युवक का सिर फोड़ दिया। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा मचा दिया। इसी बीच, आरोपी के 8-10 साथियों ने धार्मिक आयोजन में शामिल लोगों पर हमला बोल दिया। महिलाएं, जो पूजा-पाठ में लगी थीं, डर के मारे चीखने लगीं। आयोजन स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर ईंट-पत्थर चलाने शुरू कर दिए। स्थानीय लोग बताते हैं कि यह विवाद पुरानी रंजिश से जुड़ा हो सकता है, लेकिन तात्कालिक कारण एक छोटी सी बहस था। घटना की सूचना सोशल मीडिया पर तेजी से फैली, जहां वीडियो क्लिप्स वायरल हो गए। ग्रामीणों में आक्रोश इतना था कि वे पुलिस आने से पहले ही सतर्क हो गए। यह घटना जिले के शांतिपूर्ण माहौल को चुनौती दे रही है, जहां धार्मिक आयोजन आमतौर पर सौहार्द का प्रतीक होते हैं।
पुलिस का हस्तक्षेप
घटना की खबर लगते ही बहादुरगढ़ थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एसपी और डीआईजी स्तर के अधिकारी भी अलर्ट हो गए। शुरुआत में पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन तनाव चरम पर था। पुलिस की मौजूदगी में भी मारपीट जारी रही, जिससे अधिकारी हैरान रह गए। एक तरफ युवक का सिर फूटा हुआ था, दूसरी तरफ आरोपी गुट ने पथराव जारी रखा। स्थिति बिगड़ते देख, कई आसपास के थानों—जैसे धौलाना और सिंभावली—से अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई। कुल 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी मौके पर तैनात कर दिए गए। बैरिकेडिंग लगाई गई और ड्रोन से निगरानी शुरू की गई। एसएसपी ने कहा कि कोई भी हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी, और आरोपी दबंग पर सख्त कार्रवाई होगी। ग्रामीणों को समझाया गया कि शांति बनाए रखें। महिलाओं को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष इंतजाम किए गए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से जांच तेज हो गई है। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, लेकिन एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह हस्तक्षेप जिले की कानून व्यवस्था को मजबूत करने का संकेत है।
स्थिति का आकलन
रविवार सुबह तक हापुड़ में तनाव कायम है, लेकिन पुलिस की भारी तैनाती से कोई नई घटना नहीं हुई। ग्रामीण दहशत में हैं, दुकानें बंद हैं और सड़कें सुनसान। दोनों समुदायों के नेता मिलकर शांति वार्ता की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन विश्वास बहाली मुश्किल लग रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे विवाद अक्सर छोटी बातों से बढ़ जाते हैं, खासकर धार्मिक आयोजनों में। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और पैट्रोलिंग बढ़ा दी है। आरोपी दबंग की गिरफ्तारी जल्द होने की उम्मीद है, जो इलाके में उसकी दबंगई का अंत कर सकती है। यह घटना यूपी में सांप्रदायिक सद्भाव पर सवाल उठाती है। क्या स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है? फिलहाल, पुलिस का कहना है कि सब नियंत्रण में है, लेकिन निगरानी जारी रहेगी। आने वाले दिनों में शांति बहाली ही मुख्य चुनौती होगी।
